शिव की साधना में शव के ऊपर पैर रख खड़े हो साधना करते हैं | इस साधना का मूल है शिव की छाती पर पार्वती का रखा पैर | इस साधना में मुर्दे को प्रसाद के रूप में मांस और मदिरा देते हैं | इसके अतिरिक्त शमशान साधना में आम परिवारजनों को भी शामिल कर सकते हैं | इस साधना में मुर्दे की नहीं शाव्पीठ की पूजा करते हैं | उस पर गंगा जल चढाते हैं | इसमें प्रसाद के रूप में मावा की भेंट चडाई जाती है |