सभी वीरों की शक्तियां एक दुसरे से अलग हैं | गुप्त नवरात्री में और कुछ खास दिनों पर वीर साधना की जाती है | मूलतः ५२ वीर हैं |
वीरों के बारे में सबसे पहले पृथ्वीराज रासो में बताया गया है | इनको भैरव के गण और धर्मरक्षक भी कहा जाता है | उत्तरप्रदेश, बिहार, मध्यप्रदेश, राजस्थान, पंजाब में कई वीरों के मंदिर बने हैं जहाँ अन्य देवी ,देवताओं की मूर्तियाँ भी स्थापित हैं | राजस्थान में जाहर वीर, नाहर वीर, वीर तेजाजी महाराज आदि के नाम मशहूर हैं| वीर साधना एक बंद कमरे में ,शमशान या किसी सूनसान स्थान पर की जाती है | कई दिनों तक लगातार साधना करने के बाद काली के दूत सामने आते हैं और साधक की इच्छा पूरी करते हैं | वीर साधना तांत्रिक साधना का हिस्सा है इसलिए इसे किसी गुरु से पूछ कर ही करना चाहिये|