शुक्रवार के दिन पवित्र होकर (मांस मदिरा छोड़कर) माता के मंदिर में जाकर गुग्गल की धूप लगाने के बाद गुलाब के फूल चढ़ाएं और माता की मूर्ति के समक्ष बैठकर प्रार्थना करें।
शुक्रवार के दिन नित्य कर्म से निवृत्त हो माँ के मंदिर में गुग्गल धुप जला कर गुलाब का फूल अर्पण करें और माँ के सामने बैठ कर प्रार्थना करें | ऐसा 21 शुक्रवार तक करें और फिर इक्कीसवें शुक्रवार को माँ काली को काली चुनरी ,चूड़ी और सिंगार का अन्य सामान अर्पित कर पांच तरह की मिठाई का भोग लगायें | अगर माँ आपकी भक्ति से प्रसन्न हो गयीं तो निश्चित रूप से आपकी मनोकामना पूरी होगी |