1. ऐसे शिवलिंग (शिव मंदिर में) जहां शिवजी पर नाग न स्थापित हो, वहां पर प्रतिष्ठा करवाकर नाग चढ़ाएं। श्रीमद भागवत और श्री हरिवंश पुराण का पाठ करवाते रहें।
2. दुर्गा पाठ करें या करवाएं।
3. भैरव उपासना करें।
4. श्री महामत्युंजय मंत्र का जाप करने से राहू-केतु का असर खत्म होगा।