पहले समय में झाड़-फूंक कर लोगों का भूत भगाने या कोई बीमारी का इलाज करने, नजर उतारने या सांप के काटे का जहर उतारने का कार्य ओझा लोग करते थे। यह कार्य हर धर्म में किसी न किसी रूप में अब भी पाया जाता है।
कुछ ऐसे दिमागी बीमारियाँ होती हैं , जो डॉक्टरों से भी दूर नहीं होती हैं। ऐसे में लोग पहले ओझाओं का सहारा लेते थे। ओझा की क्रिया द्वारा दिमाग पर गहरा असर होता था और व्यक्ति के मन में यह विश्वास हो जाता था कि अब तो मेरा रोग और शोक दूर हो जाएगा। यह विश्वास ही व्यक्ति की तबियत ठीक कर देता था।