समुद्र मंथन के दौरान तीसरे नंबर पर उच्चैश्रवा घोड़ा निकला। घोड़े का रंग सफेद था। इसे असुरों के राजा बलि ने अपने पास रख लिया। जिंदगी की दृष्टि से देखें तो उच्चैश्रवा घोड़ा मन की गति का प्रतीक है। मन की गति ही सबसे अधिक मानी गई है। यदि आपको अमृत (परमात्मा) चाहिए तो आपको अपने मन की गति पर विराम लगाना होगा। 
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