आई एन एस सिन्धुरक्षक के टारपीडो कम्पार्टमेंट में तब विस्फोट हो गया जब वह मुंबई तट पर रुकी हुई थी | 15 जहाजी और ३ अफसरों की मौत हो गयी | सूत्रों के मुताबिक आधी रात के करीब एक छोटा सा विस्फोट हुआ जिसने बाकी दो विस्फोटों को जन्म दिया | ये दुर्घटना भारतीय थल सेना की सबसे भयानक दुर्घटना में से एक मानी जाती है |