इसे हम चांदनी के फूल भी कहते हैं। रातरानी के फूल बहुत अच्छी खुशबू बिखेरते हैं। जो बहुत दूर तक जाती है। इसके छोटे-छोटे फूल गुच्छे में आते हैं तथा रात में ही खिलते हैं और सवेरे सिकुड़ जाते हैं। रातरानी के फूल साल में 5 या 6 बार आते हैं। हर बार 7 से 10 दिन तक अपनी खुशबू बिखेरकर बहुत ही शांतिमय और खुशबूदार वातावरण निर्मित कर देते हैं। जिसकी भी नाक में इसकी सुगंध जाती है, वह वहीं ठहर जाता है।मात्र इसकी सुगंध सूंघते रहने से जीवन के सारे संताप मिट जाते हैं।
रातरानी और चमेली के फूलों का इत्र भी बनता है। रातरानी और चमेली के फूलों से महिलाएं गजरा बनाती हैं, जो बालों में लगाया जाता है।