राजभवन में कौरवों और पांडवों के बीच द्यूत क्रीड़ा यानि चौसर खेलने को अनुमित देना भी भीष्म की सबसे बड़ी भूल थी। वो चाहते तो इस क्रीड़ा को रोक सकते थे लेकिन चौसर के इस खेल ने सब कुछ चौपट कर दिया। भीष्म के इजाजत देने के बाद युधिष्ठिर ने द्रौपदी को दांव पर लगाकर दूसरी सबसे बड़ी भूल की थी जिसके कारण महाभारत का युद्ध होना और भी पुख्ता हो गया।