मोहेंजोदारो हड़प्पा सभ्यता का सबसे प्रसिद्ध पुरास्थल है। मोहनजोदड़ों की सबसे बड़ी इमारत को अन्नागार कहा जाता है। हड़प्पाकालीन लोगों ने नगरों में घरों के विन्यास के लिए सामान्यतः ग्रीड पद्धति पद्धति अपनायी थी। यहां बड़े बड़े घर, चौड़ी सड़के और बहुत सारे कुएं होना के प्रमाण मिलते हैं। यहां जल और मल निकासी के लिए नालियों के होने के प्रमाण भी मिलते हैं। इससे पता चलता है कि यह नगर वर्तमान के नगरों जैसे ही विकसित और भव्य थे। ऐसा माना जाता है कि ये शहर 200 हेक्टयर क्षेत्र में फैला था। हड़प्पा सभ्यता का समूचा क्षेत्र त्रिभुजाकार का है जिसमें मोहेंजोदारो भी आता है।
मोहेंजोदारो के विशाल स्नानागार को सबसे महत्वपूर्ण सार्वजनिक स्थल कहते हैं और विशाल स्नानागार के निकट विशाल कक्ष 20 स्तम्भों पर आश्रित है। यहां आठ फीट गहरा, 23 फीट चौड़ा और 30 फीट लंबा कुंड भी है। इसमें वाटररूफ ईंटें भी लगाई हुई है। ऐसा माना जाता है कि इसका इस्तेमाल नहाने के लिए किया जाता था। इस नगर की सड़कों और गलियों में आज भी घूमा जा सकता है। यहां की दीवारे और सड़के आज भी काफी मजबूत हैं।