भागवत पुराण के अनुसार कलयुग में विवाह बस एक समझौता होगा दो लोगों के बीच। इस युग में पुरुष और स्त्री साथ-साथ रहेंगे और व्यापार में सफलता भी छल पर निर्भर रहेगी। शारीरिक इच्छाओं की पूर्ति के लिए ही महिला-पुरुष एक-दूसरे के साथ रहेंगे। महिलाएं बेहद कड़वा बोलने लगेंगी और उनके चरित्र में नकारात्मकता घर कर चुकी होगी। उनके ऊपर न तो पिता का और न ही पति का जोर होगा।
वर्तमान में लिव-इन-रिलेशनशिप, समलैंगिक विवाह, जातिवाद, शराबखोरी, सिगरेट का प्रचलन, मिथ्या प्रेम-विवाह, दहेज प्रकरण, भ्रूण हत्या, और इसी तरह की तमाम बुराइयां इस भविष्यवाणी को सच साबित करती हैं।