पूर्णिमा के दिन व्यक्ति को ज्यादा सावधान रहना चाहिए। इस दिन आपकी मानसिक हलचल बढ़ जाती है। इसी दिन घटना, दुर्घटनाएं ज्यादा होती है और इसी दिन व्यक्ति के विचार बहुत प्रबल होते हैं। यदि आप नकारात्मक विचारों के हैं तो इस दिन वे चरम पर होंगे। इस दिन चंद्रमा अपना प्रभाव ज्यादा छोड़ता है। यही वजह रही है कि हमारे ऋषि मुनियों ने इस दिन को व्रत का दिन बनाया है और इस दिन पवित्र बने रहने में ही भलाई है।
कुछ मुख्य पूर्णिमा:- कार्तिक पूर्णिमा, माघ पूर्णिमा, शरद पूर्णिमा, गुरु पूर्णिमा, बुद्ध पूर्णिमा आदि।