या पुस्तकात आम्ही आपल्याला जगातील अशा १० देशांबद्दल माहिती सांगणार आहोत, जिथे तुम्ही कितीही कमाई करा, तुम्हाला १ रुपया देखील आयकर भरावा लागत नाही. चकित होऊ नका, हे सत्य आहे. आणि ३ देश असे आहेत जिथे आयकराचे अगदी अजब नियम आहेत.
हर व्यक्ति को घूमना फिरना पसंद होता है | न सिर्फ इससे आप को एक नयी जगह देखने को मिलती है बल्कि आपके जीवनं की परेशानियाँ भी कम होती हैं | लेकिन अक्सर हम पैसे की कमी की वजह से विदेशी जगहों पर घुमने नहीं जा पाते हैं | और इस बात को लेकर हम जिंदगी भर मन मसोसकर रह जाते हैं | ऐसे में हम आपको भारत की ही कुछ ऐसी जगहों के बारे में बताएँगे जो किसी विदेशी स्थान से खूबसूरती में किसी तौर पर कम नहीं है |
भारत ज्ञान के क्षेत्र में शुरू से ही काफी विकसित रहा है | यहाँ कई ऐसे शिक्षा केंद्र थे जो उस समय पर देश विदेश के छात्रों को ज्ञान प्रदान कर रहे थे | पढ़िए कौन से हैं वो शिक्षा के मंदिर |
मोहनदास करमचन्द गांधी भारत एवं भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के एक प्रमुख राजनैतिक एवं आध्यात्मिक नेता थे। वे सत्याग्रह (व्यापक सविनय अवज्ञा) के माध्यम से अत्याचार के प्रतिकार के अग्रणी नेता थे, उनकी इस अवधारणा की नींव सम्पूर्ण अहिंसा के सिद्धान्त पर रखी गयी थी जिसने भारत को आजादी दिलाकर पूरी दुनिया में जनता के नागरिक अधिकारों एवं स्वतन्त्रता के प्रति आन्दोलन के लिये प्रेरित किया।
अमिताभ बच्चन (जन्म-११ अक्टूबर) बॉलीवुड के सबसे लोकप्रिय अभिनेता हैं। १९७० के दशक के दौरान उन्होंने बड़ी लोकप्रियता प्राप्त की और तब से भारतीय सिनेमा के इतिहास में सबसे प्रमुख व्यक्तित्व बन गए हैं।
Reference:http://bit.ly/1n0iWxY
शहाजीराजे भोसले हे पराक्रम, युद्धप्रसंगीची बुद्धिमत्ता, उत्तम प्रशासन, व स्वतंत्र राज्यकारभार या मूलभूत गुण-कौशल्यांचे बीजारोपण शिवाजीराजांमध्ये करणारे ऐतिहासिक व्यक्तिमत्त्व होते.
दुनिया के सभी शहर अपनी किसी न किसी खासियत के लिए मशहूर हैं | लेकिन हमारी दुनिया में कई ऐसे शहर भी हैं जो अपनी रात की ज़िन्दगी और पापी प्रवृत्ति के लिए जाने जाते हैं | आइये जानते हैं ऐसे कुछ शहरों के बारे में |
पुराने समय में लिखे गए सभी पुराणों में आपको कई ऐसे जीवों की जानकारी मिलेगी जो अब नहीं मिलते हैं | ये अद्भुद से जीव न सिर्फ दिखने में अलग थे उनके पास कुछ ऐसी ताकतें थीं जिस कारण वह कोई भी कार्य सम्पूर्ण करने में कामयाब रहते थे | वह जीव आज तो नहीं मिलते हैं लेकिन पुराणों में लिखी बातों को झुटलाया नहीं जा सकता है | आईये जानते हैं कुछ ऐसे ही अजीब रहसयमयी जीवों के बारे में |
हमारे देश के स्वंत्रतता संग्राम में कई लोगों के नाम बेहद मशहूर हुए जैसे भगत सिंह , आजाद और लाला लाजपत राइ | लेकिन कई ऐसे सेनानी भी थे जिन्होनें अपने तरीकों से इस विद्रोह में भाग लिया और अंग्रेजी हुकूमत की जडें हिला दीं | आइये पढ़ें इस दूसरे भाग में ऐसे ही कुछ महान सैनिकों के बारे में |
६५ साल के भारतीय फिल्म उद्योग के विकास की एक झलक और कुछ बेहतरीन फिल्मों के नाम
In November 1970 a woman’s burnt body was discovered in Norway’s Isadelean valley. All her clothes and belongings had been ripped off any signs of identification. Police started investigating the case and they found out many hidden proofs and codes but still the killer was not found. After 46 years Norway police has decided to open the case again. Let is read more about those proofs and the mysterious woman.
भारत आणि पाकिस्तान यांच्यात प्रथम युद्ध सन १९४७ मध्ये झाले होते. हे युद्ध काश्मीर प्रश्नावरून झाले होते जे १९४७-४८ च्या दरम्यान चालले.
रामायण, महाभारत आणि अन्य पुराणे ही आपल्या देशाच्या संस्कृतीचा अविभाज्य घटक आहेत. परंतु आपल्या पौराणिक इतिहासातील अनेक गोष्टी अशा आहेत ज्या आपल्याला माहिती नाहीत. या पहिल्या भागात अशाच काही गोष्टींबद्दल बोलूयात...
हमारे देश ने कुछ महान नेताओं को जन्म दिया है | कुछ ऐसे हैं जिनकी उपलब्धियों का हमें ज्ञान है लेकिन कुछ ऐसे हैं जो भारत माँ की सेवा करने के बावजूद भी इतिहास के पन्नों में कहीं खो गए हैं | आइये जानते हैं भारतीय इतिहास के कुछ महान राज नेताओं और उनकी उपलब्धियों के बारे में |
विशाखदत्त-द्वारा रचित ‘देवीचन्द्रगुप्त’ नाटक के कुछ अंश ‘शृंगार-प्रकाश’ और ‘नाट्य-दर्पण’ से सन् 1923 की ऐतिहासिक पत्रिकाओं में उद्धृत हुए। तब चन्द्रगुप्त द्वितीय विक्रमादित्य के जीवन के सम्बन्ध में जो नयी बातें प्रकाश में आयीं, उनसे इतिहास के विद्वानों में अच्छी हलचल मच गयी। शास्त्रीय मनोवत्ति वालों को, चन्द्रगुप्त के साथ ध्रुवस्वामिनी का पुनर्लग्न असम्भव, विलक्षण और कुरुचिपूर्ण मालूम हुआ।
असे म्हणतात की राजकारण एक विचित्र पेचात टाकणारे क्षेत्र आहे. इथे नैतिकतेचे पालन करणे म्हणजे एक दुष्कर कार्य आहे. भारताच्या राजकारणात असे कित्येक लोक होऊन गेले ज्यांनी केवळ नैतिकतेचे पालन केल्यामुळे त्यांचा मृत्यू घडवण्यात आला. आता आपण माहिती करून घेऊयात अशाच काही राजकारणाच्या बळींची -
इस दुनिया में कई बार कुछ ऐसी चीज़ों को पेश किया गया जिन्हें देख कर लोगों ने विश्वास कर लिया की वह बिलकुल सही है | यहाँ तक कई सालों तक लोगों को ऐसे धोखे में रखने के बाद पता चला की ये चीज़ें सिर्फ एक छलावा हैं | ऐसे ही इतिहास के कुछ छलावों के बारे में आइये यहाँ पढ़ते हैं |
क्या आपके पास सीमित आय है लेकिन विदेश यात्रा करने की इच्छा है |परेशान मत होईये भारत में ही कई ऐसे जगहें हैं जो विदेश की हुबहू प्रतिरूप हैं |
मोहनदास करमचन्द गांधी भारत एवं भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के एक प्रमुख राजनैतिक एवं आध्यात्मिक नेता थे। प्रस्तुत हैं गाँधी जयंती के लिए भाषण और निबंध
जगातील सर्वांत जुन्या आणि जिवंत अश्या संस्कृती पैकी भारतीय संकृती एक आहे. ह्या दुसर्या भागांत आम्ही संपूर्ण भारताच्या इतिहासाचा आढावा घेवू.
Arun Shourie's articles s published over last 10 years.
खजिन्याचा शोध ही एक रोचक गोष्ट वाटते. परंतु लक्षात घ्या की खजिना मिळवणे एवढे सोपे नसते. या जगात कित्येक अशी स्थाने आहेत जिथे खजिने लपलेले आहेत, परंतु भाग्याने आजपर्यंत कोणीही त्यांच्यापर्यंत पोचू शकलेले नाही. माहिती करून घेऊयात अशाच काही खाजिन्यांची -
Sita Ram Goel was an Indian religious and political activist, writer and publisher in the late twentieth century. He had Marxist leanings during the 1940s, but later became an outspoken anti-communist and also wrote extensively on the damage to Indian culture and heritage wrought by expansionist Islam and missionary activities of Christianity. In his later career he emerged as a commentator on Indian politics, and adhered to Hindu nationalism. In this book, author analyzes the issues that face the Hindu society at large.
क्या आप इत्तेफाक में विश्वास रखते हैं | इतिहास के पन्नों में कई ऐसे इत्तेफाक हुए हैं जिन पर विश्वास कर पाना मुश्किल लगता है | आइये जानते हैं ऐसे ही इत्तेफाकों के बारे में | आप ही फैसला कीजिये !
A take on Hindu Society, and the impact of Islamism, Christianism on the Hindu society.
आपल्या देशाच्या गर्भातून जसे शिवाजी महाराज, महाराणा प्रताप यांसारख्या वीर पुरुषांनी जन्म घेतला आहे, त्याचप्रमाणे इथे अशा काही वीर स्त्रिया आहेत ज्यांनी कोणत्या न कोणत्या रूपाने आपल्या देशाची मान गर्वाने उंचावली आहे. आपण माहिती घेऊया अशाच काही विरांगानांची...
सजा देने की प्रथा तो दुनिया में कई सालों से चली आ रही है | आज के ज़माने में सजा सिर्फ एक या दो तरीकों से दी जाती है लेकिन पहले सजा देने के तरीके बहुत विस्तृत और क्रूर होते थे| इस लेख में जानिए दुनिया में दी जानी वाली सबसे भयानक सजाएं |
लालबहादुर शास्त्री भारत के दूसरे प्रधानमन्त्री थे। वह 9 जून 1964 से 11 जनवरी 1966 को अपनी मृत्यु तक लगभग अठारह महीने भारत के प्रधानमन्त्री रहे। इस प्रमुख पद पर उनका कार्यकाल अद्वितीय रहा।
दुनिया के इतिहास में से कई ऐसी वस्तुएं उभरी हैं जो हमें अपने मूल और उद्देश्य को लेकर असमंजस में डाल देती हैं | कुछ ऐसी ही वस्तुओं के बारे में पढ़कर जानिये की हमारा इतिहास कितना धनी है |
An English Blog by Nimish Sonar (sonar.nimish@gmail.com) http://nimishtics.blogspot.in/
मुंबई, भारताची आर्थिक राजधानी, अनेकदा अतिरेकी हल्ल्याची बळी ठरलीय.अनेकदा संपूर्ण भारताला देखील दहशतवादाची झळ बसलीय आणि गेल्या पंधरा वर्षात तर अतिरेक्यांच्या हल्ल्यांमध्ये मोठ्या प्रमाणात वाढ झालीय. या पुस्तकात आपण १९९३ ते २०१० मधील दहशतवादी हल्ल्यावर एक दृष्टीक्षेप टाकूया...
A 1911 novel by H. G. Wells that was serialized in The English Review in 1910. Because its plot notoriously derived from Wells's affair with Amber Reeves and satirized Beatrice and Sidney Webb, it was "the literary scandal of its day."
साने गुरुजी लिखित
हमारा देश और उसकी सभ्यता ६५०० बी सी से चली आ रही है और आज भी जीवित सभ्यताओं में से एक हैं | आइये जानते हैं प्रमुख सभ्यताओं और साम्राज्यों के बारे में |
हम अक्सर सोचते हैं की दुनिया के सभी देश वैसे ही दिखते हैं जैसे मैप और एटलस में दर्शाए जाते हैं लेकिन सत्य कुछ और है | आइये देखते हैं दो ऐसे देशों के क्षेत्रफल की तुलना अफ्रीका के मुकाबले में |
Did you know Mahrooh Sultanpuri was jailed by Nehru for 1 year because he wrote a poem Nehru did not like ?
रवींद्रनाथ ठाकुर का लिखा उपन्यास
भाला हे भूसेनेतील पायदळ व घोडदळ सैनिकांचे एक शस्त्र आहे.याला दंडशस्त्र असेही म्हणतात.शस्त्र म्हणून भाल्याचे महत्त्व सतराव्या शतकानंतर संपुष्टात येऊ लागले. बंदुक आणि रायफलीच्या नळीला संगीन जोडून त्या जोडशस्त्राचा भाल्याप्रमाणे उपयोग करण्यास सुरूवात सुरूवात झाली.
सिकंदर का नाम जब भी हम सुनते हैं तो हमारे जहन में एक ऐसे व्यक्ति की तस्वीर आती है जिसने सारी दुनिया पर विजय प्राप्त करने का सपना देखा था |अपने इस सपने को पूर्ण करने के लिए सिकंदर ने मिस्त्र ,सीरिया ,अफ़ग़ानिस्तान,ईरान और वर्तमान पाकिस्तान को हरा कर भारतीय पृष्ठभूमि पर कदम रखा था | सिकंदर के इतिहासकार ने उसे एक बेहद वीर योद्धा होने की छवि प्रदान की है पर क्या ये सच है | हम से जानिए कुछ ऐसी बातें जिन वजह से सिकंदर शायद हमारी नज़र में इतनी महान पदवी का हक़दार नहीं होना चाहिए |
पुरातत्व विज्ञान कोई बहुत ज्यादा रोचक कार्य नहीं है | लेकिन कई बार खोज के दौरान कुछ ऐसी चीज़ें हाथ लगती हैं जो अविश्वसनीय होती हैं |फिर चाहे वो प्राचीन कंप्यूटर, खोयी हुई सेना या भयानक शव हों नीचे लिखी गयी खोजें ऐसी हैं जो किसी को भी परेशान कर सकती हैं |
स्वातंत्र्यवीर विनायक दामोदर सावरकर (२८ मे, इ.स. १८८३:भगूर - २६ फेब्रुवारी, इ.स. १९६६) हे भारतीय स्वातंत्र्यसैनिक, मराठी भाषेतील कवी व लेखक होते. भारतीय स्वातंत्र्यलढ्यातील एका क्रांतिकारक चळवळीचे धुरीण, स्वातंत्र्यपूर्व आणि स्वातंत्र्योत्तर भारतीय राजकारणातील एक महत्त्वाचे राजकारणी, हिंदुसंघटक व हिंदुत्वाचे एक विशिष्ट तत्त्वज्ञान मांडणारे तत्त्वज्ञ, विज्ञानाचा पुरस्कार व जातिभेदाला तीव्र विरोध करणारे समाज क्रांतिकारक, भाषाशुद्धी व लिपिशुद्धी ह्या चळवळींचे प्रणेते, प्रतिभावंत साहित्यिक आणि प्रचारक असे अनेक पैलू सावरकरांच्या व्यक्तिमत्त्वाला होते.
मराठेशाहीला साम्राज्यवादाची चव दाखवणारा पहिलाच सेनापती
The author discusses the import of African slaves to India by Muslims through the Middle East, a trade never undertaken by India's indigenous religions due to limited contact with Africa.
हरिश्चंद्र गढ़ भारत के अहमदनगर जिले में एक पहाड़ी किला है। इसका इतिहास मालशेज घाट के साथ जुड़ा हुआ है, और इसने कोथले गाँव की रखवाली और आसपास के क्षेत्र को नियंत्रित करने में एक प्रमुख भूमिका निभाई है।
आपला देश हा विविध संस्कृती आणि सभ्यतेचा धनी आहे. इथे प्रत्येक सणाला लोक पुजा अर्चना करून आपल्या देवी-देवतांना प्रसन्न करतात. याच बरोबर आपल्या देशात काही अशा विचित्र प्रथा परंपरा पण आहेत कि ज्या बऱ्याच काळापसून चालत आल्या आहेत. या आपण अशा विचित्र प्रथा परंपरांच्या बाबतीत जाणून घेऊया.
तुमचा योगायोगांवर विश्वास आहे? इतिहासाच्या पानांमध्ये आपल्याला अनेक असे योगायोग आढळून येतात ज्यांच्यावर विश्वास ठेवणं कठीण जातं. आता थोडी माहिती घेऊ इतिहासातील अशाच काही योगायोगांची आणि मग तुम्हीच निर्णय घ्या...
छत्रपती शिवाजी महाराजांनी सतराव्या शतकात महाराष्ट्रात हिदवी स्वराज्य स्थापन करून मराठी सत्तेचापाया घातला. आठराव्या शतकात हिंदूस्थानभर मराठी सत्तेचा विस्तार झाला. हिंदूस्थानच्या इतिहासात हा कालखंड मराठी सत्तेच्या परमप्रभुत्वाचा (मराठा सुप्रीमसी) कालखंड म्हणून इतिहासकारांनी गौरविला आहे. मराठ्यांची सत्ता १८१८ पर्यंत टिकली. या पुस्तकात सर्व मराठा घराण्यांची माहिती वाचूया
मराठा साम्राज्य की स्थापना में अगर किसी की भूमिका सबसे प्रमुख है तो वह है शिवाजी महाराज.इस लेख में हम उनके जीवन से किसी न किसी प्रकार जुड़े हुई किलों के बार में बताएँगे | इन्हीं किलों के माध्यम से शिवाजी ने मराठा साम्राज्य को सुरक्षित किया था | आइये पढ़ें |
भारत में धर्म एक बहुत महत्वपूर्ण इकाई है | हम सब मंदिरों , गिरिजाघरों , गुरुद्वारों और मस्जिदों में जा कर भगवान् से अपने मन की मुरादें पूरी करने की गुज़ारिश करते हैं | लेकिन क्या आपको पता है की इनमें से कुछ धार्मिक स्थान ऐसे हैं जो अपने सीने में कई राज़ छुपाये हैं | आइये जानते हैं इस पहले भाग में ऐसे ही कुछ धार्मिक स्थानों के बारे में |
ये कोई हैरानी की बात नहीं होगी की शून्य जिसकी शुरुआत 3 या 4 सदी में हुई थी उसकी खोज भारत में ही हुई थी |भारत में गणित की शुरुआत का इतिहास 3000 साल पुराना है और सदियों तक यहाँ उसकी पहुँच रही थी | बहुत बाद में ये उपलब्धियां यूरोप, चाइना और मिडिल ईस्ट के देशों में देखी गयीं |शून्य के इलावा भारत का गणित में योगदान त्रिकोणमिति, बीजगणित, अंकगणित और ऋणात्मक संख्याएं के क्षेत्र में भी देखी गयी | आइये पढ़ते हैं भारत की गणित के क्षेत्र में उपलब्धियों के बारे में |
आपल्या इतिहासाने बरेच जहाजभंग पाहिलेले आहेत. काही नकळत झालेले अपघात होते तर पकडलं जाण्याच्या भीतीने काही मुद्दाम घडवून आणले होते. जगातील अशाच प्रसिद्ध जहाजभंगांचा हा आढावा.
मराठी भाषेचा आभिमान प्रत्येकाला असतोच.. चला वाचूया या भाषेच्या उगमाबाबत...
ताजमहाल हा भारतीय इतिहासाचा एक अद्वितीय हिस्सा आहे. प्रेमाच्या या निशाणीला विश्वभरात विशेष ख्याती प्राप्त आहे. परंतु ताजमहालाची निर्मिती आणि हेतू या बाबतीत बऱ्याच लोकांमध्ये आज देखील विवाद आढळतो. आज आम्ही तुम्हाला संगमरवरी प्रेमाच्या प्रतीकाच्या बाबतीत काही अशी रहस्य सांगणार आहोत जी कोणालाही माहिती नाहीत...
पंद्रह भारतीय आविष्कार और खोंजे...
आजकल के समय में तकनीक बहुत आगे बढ़ चुकी हैं | यही कारण है की आजकल की चोरियां भी घर बैठे ही कंप्यूटर से हो जाती हैं | लेकिन पहले ऐसा नहीं था | पहले सिर्फ दिमाग के उपयोग से लोगों ने ऐसी चोरियों को अंजाम दिया है जो की हैरान करने वाली हैं | आईये जानते हैं कुछ ऐसी ही विश्वप्रसिद्ध चोरियों के बारे में |
काही पुरातत्व शोध ज्यांनी केले आहे वैज्ञानिकांना हैराण. विश्वात दर वर्षी अनेक पुरातत्व शोध लावले जातात. या शोधांतून आपल्याला आपल्या मागच्या काळाची माहिती मिळते. परंतु कधी कधी काही शोध असे असतात ज्यांचे रहस्य वैज्ञानिक देखील सोडवू शकत नाहीत, जसे सहारा वाळवंटातील दगडांची रचना, किंवा काही शोध असे असतात जे वैज्ञानिकांना देखील हैराण करून सोडतात जसा नवाडा मध्ये मिळालेला विशाल मानवी जबडा. आज आम्ही आपणाला अशाच काही शोधांच्या बद्दल विस्ताराने सांगणार आहोत
छत्रपति शिवाजी महाराज एक भारतीय शासक आणि मराठा साम्राज्याचे संस्थापक होते.
साने गुरुजी लिखित
छत्रपती शिवाजी महाराजांचे सुपुत्र आपल्या वडिलां प्रमाणेच पराक्रमी आणि मुसुद्दी राजे होते.
ये कोई राज़ नहीं की भारत को कभी सोने की चिड़िया भी कहा जाता था | इस देश में इतनी धन दौलत थी की उसकी चर्चा विश्व भर में मशहूर थी | ऐसे में कई विदेशी शासकों ने इस दौलत को हथियाने के लिए कई मनसूबे भी बनाये |हांलाकि वह देश पर कब्ज़ा करने में कामयाब रहे लेकिन इन खजानों का पता तब भी नहीं लगा पाए |आइये जानते हैं की कौन से ऐसे खजाने हैं जो भारत में कहीं छुपे हैं और लोगों की नज़र में नहीं आये हैं |
एकच साहेब बाळासाहेब
आपल्या देशाच्या स्वातंत्र्य संग्रामात अनेक लोकांची नावे अजरामर झाली, जसे भगत सिंह, चंद्रशेखर आझाद, लाला लजपतराय, इत्यदि. परंतु कित्येक असे योद्धे होते ज्यांनी आपल्या परीने आपल्या पद्धतीने या अग्निकुंडात आहुती दिल्या आणि ब्रिटीश राजवटीला मुळापासून हादरवून टाकले. पण त्यांची नावे फार प्रकाशात आली नाहीत. आता माहिती घेऊया अशाच काही सैनिकांची -
हम सभी लोग घूमने फिरने का शौक रखते हैं |लेकिन क्या आप जानते हैं की इस पृथ्वी पर कई ऐसे स्थान हैं जहाँ जाना साधारण व्यक्तियों के लिए निषेध है |आइये पढ़िए पृथ्वी के कुछ ऐसे ही अजूबों के बारे में | ज़ाहिर है की वहां जाना सख्त मना है |
डॉ. भीमराव रामजी आंबेडकर, बाबासाहेब आंबेडकर नावाने ओळखले जात. आंबेडकरांनी कोलंबिया विद्यापीठ आणि लंडन स्कूल ऑफ इकॉनॉमिक्स या दोन्हीतून अर्थशास्त्रातील डॉक्टरेट पदव्या मिळवल्या.आपल्या सुरुवातीच्या कारकिर्दीत ते अर्थशास्त्रज्ञ, प्राध्यापक आणि वकील होते. त्यांनी नंतरच्या जीवनात राजकीय कार्यांवर लक्ष केंद्रित केले; ते भारताच्या स्वातंत्र्यासाठी प्रचार व चर्चांमध्ये सामील झाले, वृत्तपत्रे प्रकाशित करणे, दलितांसाठी राजकीय हक्क व सामाजिक स्वातंत्र्याचा पुरस्कार केला१९५६ मध्ये त्यांनी बौद्ध धम्म स्वीकारला, व लक्षावधी दलितांना बौद्ध धम्माची दीक्षा दिली.
आपणा मराठी माणसाना किल्ला ह्या विषयाचे एक आकर्षण असते. आपल्या इतिहासात किल्ले, त्यांचे वेढे, तेथील लढे आणि त्यात गाजवलेल्या शौर्याच्या कथा आपल्याला भुरळ घालतात. महाराष्ट्रात इतर भारतापेक्षा जास्त प्रमाणावर किल्ले आहेत. मसाडा म्हणजेच ज्यूंच्या हिब्रू भाषेत किल्ला.
भारतावर आजपर्यंत अनेक वेळा परकीय आक्रमण झाले आहे. या युद्धांचा भारतीय इतिहासावर खूप खोलवर परिणाम झाला. इथे आम्ही माहिती देत आहोत त्या युद्धांच्या बाबतीत ज्यांनी कोणत्या ना कोणत्या प्रकारे भारतीय इतिहास परावर्तीत केला.
सर मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैय्या, हे एक भारतातील कर्नाटक राज्यातील चिकबळ्ळापूर तालुक्यातील कोलार जिल्हयातील मुद्देनहळ्ळी या गावी जन्मलेले समर्थ अभियंते व नागरीक होते. त्यांच्या स्मृतीप्रित्यर्थ प्रत्येक वर्षी, १५ सप्टेंबर हा दिवस अभियंता दिन म्हणून पाळला जातो.
सिंधू संस्कृती (इ.स.पू. ३३०० - १७००) - अलीकडेच झालेल्या संशोधन विश्वातील सर्वांत सन्मानित पत्रिका नेचर नुसार ही संस्कृती कमीत कमी ८००० वर्ष प्राचीन आहे.
इतिहास में कई सभ्यताएं आयीं और चली गयीं | जहाँ कुछ ने सुख और समृद्धि फैलाई कुछ ने क्रूरता और वहशीपन के इलावा कुछ और समाज को नहीं दिया | चाहे कुछ साल ही रही या फिर सदियाँ इन सभ्यताओं ने अपनों पर भी तरस नहीं दिखाया |आइये जानते हैं कौनसी हैं ये क्रूर सभ्यताएं |
मानवाच्या इतिहासात अनेक असे शासनकर्ते होऊन गेले आहेत ज्यांनी आपल्या प्रजेचा छळ करणे हाच आपला सर्वात आवडता छंद मानला होता. अशाच १० सर्वांत क्रूर शासनाकर्त्यांविषयी थोडं जाणून घेऊ.
जगात एकापेक्षा एक सरस असे हिरे आहेत. त्यांच्यातील कित्येकांची तर किंमत देखील करता येणार नाही. जगातील सर्वांत मोठा आणि अनमोल हिरा दक्षिण आफ्रिकेचा आहे, ज्याचे नाव आहे 'द गोल्डन ज्युबिली'. हा अतिशय चमकदार हिरा आहे. मायनिंग ग्लोबल च्या अहवालाच्या आधारे आम्ही तुम्हाला जगातील सर्वांत मोठ्या १० हिऱ्यांची माहिती देणार आहोत...
ये तो आप मानेंगे की हमारी दुनिया में राजों की कोई कमी नहीं है | फिर चाहे वह रहस्यमयी जानवर हों या भूतीया घर हर जगह अपने साथ कुछ राज़ समेटे हुए है |ऐसे ही कुछ रहस्यमयी ढांचें हैं जिनके बन्ने की गाथा किसी को भी नहीं पता है |यहाँ तक की लोगों को ये भी नहीं समझ में आ पाया की ये सब ढांचें आखिर किस मकसद से बनाये गए थे | जानिए हमसे ऐसे ही पांच रहस्यमयी ढांचों की कहानी |
हमारे देश के स्वंत्रतता संग्राम में कई लोगों के नाम बेहद मशहूर हुए जैसे भगत सिंह , आजाद और लाला लाजपत राइ | लेकिन कई ऐसे सेनानी भी थे जिन्होनें अपने तरीकों से इस विद्रोह में भाग लिया और अंग्रेजी हुकूमत की जडें हिला दीं | आइये पढ़ें ऐसे ही कुछ महान सैनिकों के बारे में |
Immortality has enchanted many till now but no one has for been able to find out the secret to living a long life .Let us read about people who tried to defy death in their own ways possible.
दुनिया की सबसे ऊँची पर्वत चोटी है माउंट एवेरेस्ट जो की स्थित है नेपाल और तिब्बत की सीमा पर |1856 में भारत का सर्वेक्षण हुआ था जिसमें माउंट एवेरेस्ट की ऊँचाई को 8840 मीटर नापा गया था |1850 तक कंचनजंगा को सबसे ऊँचा पर्वत मन जाता था | लेकिन अब वह तीसरे स्थान पर आ गया है |क्यूंकि माउंट एवेरेस्ट के आस पास की चोटियाँ भी बहुत ऊँची हैं इसलिए उसकी लम्बाई का अंदाज़ा करने में थोड़ी तकलीफ हुई थी | आईये जानते हैं माउंट एवेरेस्ट से जुड़ी कुछ और रहस्यमयी बातें |
भीमराव रामजी आम्बेडकर, बाबासाहब आम्बेडकर नाम से लोकप्रिय, भारतीय बहुज्ञ, विधिवेत्ता, अर्थशास्त्री, राजनीतिज्ञ, और समाजसुधारक थे। उन्होंने दलित बौद्ध आंदोलन को प्रेरित किया और अछूतों (दलितों) के खिलाफ सामाजिक भेद भाव के विरुद्ध अभियान चलाया। श्रमिकों और महिलाओं के अधिकारों का समर्थन किया। वे स्वतंत्र भारत के प्रथम क़ानून एवं न्याय मंत्री, भारतीय संविधान के जनक एवं भारत गणराज्य के निर्माता थे।
बाळशास्त्री गंगाधरशास्त्री जांभेकर (जानेवारी ६, इ.स. १८१२; पोंभुर्ले, महाराष्ट्र - मे १८, इ.स. १८४६) हे मराठी भाषेतील आद्य पत्रकार होते. दर्पण हे मराठीतले पहिले वृत्तपत्र त्यांनी ६ जानेवारी १८३२ रोजी सुरू केले.
क्लिओपात्रा ७ फिलोपातोर (इ.स. पूर्व ६९ - १२ ऑगस्ट ३०) ही प्राचीन इजिप्तची राणी होती. क्लिओपात्रा जुलियस सीझर ह्या रोमन सम्राटाची अविवाहित पत्नी होती असे मानले जाते. १२ ऑगस्ट ३० रोजी वयाच्या ३९व्या वर्षी क्लिओपात्राने स्वतःवर सर्पदंश करून घेऊन आत्महत्या केली.
Reference:http://bit.ly/1QgS5JG
या लेखात मी आपणास जगातील पहिल्या लढाऊ पाणबुडीच्या इतिहासाबाबत सांगणार आहे...
दुनिया के ७ अजूबों में से एक हैं पिरामिड | रहस्य और रोमांच की एक अनूठी गाथा सुनाने वाले ये पिरामिड हर साल करोड़ों लोगो की मेहमाननवाज़ी करते हैं |4500 साल पहले बने इन पिरामिड से कई ऐसी बातें जुडी हुई हैं जो सत्य नहीं है | क्या है उनका सच और क्या छलावा जानिए यहाँ |
We all have heard about Ram,Shiv and Krishna and their achievments.But what about the villains ie Ravan,Meghnad and Kans .They all also had some great qualities which made them the great achievers they were .
आपल्या देशाच्या गर्भातून जसे शिवाजी महाराज, महाराणा प्रताप यांसारख्या वीर पुरुषांनी जन्म घेतला आहे, त्याचप्रमाणे इथे अशा काही वीर स्त्रिया आहेत ज्यांनी कोणत्या न कोणत्या रूपाने आपल्या देशाची मान गर्वाने उंचावली आहे. आपण माहिती घेऊया अशाच काही विरांगानांची...
सर मोक्षगुंडम विश्वेश्वरय्या भारत के महान अभियन्ता एवं राजनयिक थे। उनका जन्मदिन अभियन्ता दिवस के रूप में मनाया जाता है।
निकोला टेस्लाएक सर्बियाई अमेरिकी आविष्कारक, भौतिक वैज्ञानिक, यांत्रिक अभियंता, विद्युत अभियंता आणि भविष्यकार होते. त्यांच्या बद्दल बोलताना असे म्हटले जाते की एक व्यक्ती जिने पृथ्वी प्रकाशमय केली.
डॉ॰ भीमराव रामजी अंबेडकर एक विश्व स्तर के विधिवेत्ता थे। वे एक बहुजन राजनीतिक नेता और एक बौद्ध पुनरुत्थानवादी होने के साथ साथ, भारतीय संविधान के मुख्य शिल्पकार भी थे।
मजेदार, विनोदी आणि कधी कधी वैचारिक लेख.
कोणतंही स्पष्टीकरण न मिळणार्या अनेक चमत्कारीक घटना यापैकी प्रत्येक महासागरात घडतात. अनेक जहाजं आणि विमानं कोणताही मागमूस न ठेवता अनाकलनिय रित्या गायब होतात. प्रत्येक महासागराचा इतिहास अशा चमत्कृतीपूर्ण आणि गूढ प्रकारांनी भरलेला आहे!
पाचही महासागरांतील सर्वात गूढ महासागर नेमका कुठला हे ठरवणं तसं कठीण असलं, तरी आर्क्टीक महासागरचा यात बराच वरचा क्रमांक लागेल हे निश्चित!
“நீலத்திரைகடல் ஓரத்திலே - நின்று
நித்தம் தவஞ்செய் குமரி எல்லை - வட
மாலவன் குன்றம் இவற்றிடையே - புகழ்
மண்டிக் கிடக்குந் தமிழ்நாடு"
आइये जानते हैं इस तीसरे भाग में कुछ ऐसे तथ्य जो सामान्य तौर पर लोगों को मालूम नहीं होते हैं |
हरिश्चंद्र गड भारताच्या अहमदनगर जिल्ह्यातील एक डोंगरी किल्ला आहे. याचा इतिहास माळशेज घाटाशी निगडीत आहे, आणि याने कोथळे गावाचे रक्षण आणि आसपासच्या क्षेत्राला नियंत्रित करण्याची एक प्रमुख भूमिका निभावली आहे.
हमारी इस दुनिया में देखने के लिए बहुत कुछ है | लेकिन क्या आप जानते हैं की इस दुनिया में कई ऐसे स्थान भी हैं जो वक़्त के सितम के चलते अब बिलकुल वीरानों में तब्दील हो गए हैं | तो चलिए पढ़ते हैं दुनिया की ऐसी ही १० जगहों के बारे में |
ताजमहल भारतीय इतिहास का एक अनूठा हिस्सा है |प्यार की इस निशानी को दुनिया भर में विशेष ख्याति प्राप्त है | लेकिन ताजमहल के निर्माण और मकसद को लेकर काफी लोगों में आज भी दुविधा बनी हुई है |आज हम आपको इस संगमरमर के प्रेम के प्रतिक के कुछ ऐसे राज़ बताते हैं जो किसी को नहीं पता |
भारतासारख्या विकसनशील देशात दूरदृष्टी असणाऱ्या काही व्यक्तींमुळे औद्योगिक विकास शक्य झाला. अशाच काही महान व्यक्तींवर टाकलेला हा दृष्टीक्षेप.
RTE कायदा हा हिंदू विरोधी असून त्यामुळे भारतीय शिक्षण व्यवस्थेची वाट लागली आहे.
आपल्या देशाने अनेक महान योद्ध्यांना जन्म दिला आहे. त्यातील काहींचे कर्तृत्व आपल्याला माहिती आहे, पण काही जण असे आहेत की जे महान पराक्रम गाजवून देखील इतिहासाच्या पानांमध्ये कुठेतरी हरवून गेले आहेत. आता माहिती करुन घेऊयात भारताच्या इतिहासातील अशाच काही महान योद्ध्यांची...
अग्निपुत्र ही मराठीतील एक साय-फाय कादंबरी आहे. हा प्रकार इंग्रजी पुस्तकांच्या तुलनेत मराठीमध्ये खूपच कमी आहे. एक वेगळा प्रयोग म्हणून सध्या ही कादंबरी वेगवेगळ्या भागांमध्ये दर शनिवारी ब्लॉगवर प्रकाशित केली जाणार आहे. कादंबरीचे सर्व भाग ब्लॉगवर पूर्ण झाल्यावर ही कादंबरी ई-बुक स्वरुपात PDF Format मध्ये उपलब्ध केली जाणार आहे.
रॉबर्ट कानिगेल नावाच्या लेखकाने १९९१ साली लिहिलेल्या रामानुजमच्या चरित्रावर हा लेख आधारलेला आहे. . रामानुजमच्या मृत्यूनंतर ७० वर्षानी एका अमेरिकन अभ्यासकाला त्याचे विस्तृत चरित्र लिहावेसे वाटले यातच त्याची थोरवी उघड होते
या इ-बुक मध्ये आपण जगातील नवीन आणि जुनी अशी सात आश्चर्य माहिती करून घेणार आहोत...
जब से बीजेपी ने सत्ता संभाली है विपक्ष की हालत ख़राब हो गयी है | न सिर्फ कांग्रेस उनके हर फैसले पर सवाल उठाता है ये भी कहते हैं की इस सरकार में लोगों को अपने मन की बात कहने का हक नहीं है | लेकिन सच शायद उनकी कही हुई बातों से कई कोसों दूर है | हकीक़त में अपने राज के 60 सालों में कई बार कांग्रेस ने ऐसे चीज़ों को बैन किया है जो उनके मुताबिक उनके लिए किसी प्रकार का खतरा हो सकती हैं | आईये जानते हैं कुछ ऐसी ही चीज़ों के बारे में |
कोहिनूर हीरा विश्व के 5 पांच सबसे बड़े हीरों में से एक है और इसकी खोज भारत में हुई थी | लेकिन क्या हुआ जो ये हीरा भारत छोड़ ब्रिटेन पहुँच गया | जानिए कोहिनूर की कहानी इस लेख के द्वारा |
अमेरिकेत असताना एरी कॅनाल बद्दल एक पुस्तक माझ्या वाचनात आले. त्याचा विषय अगदीच अपरिचित पण कुतूहल चाळवणारा होता. नंतर कॉम्प्यूटर वर शोध घेतला तेव्हा दिसले कीं या विषयावर शेकडो पुस्तके लिहिलीं गेलीं आहेत! तेव्हाच माझ्या मनात आले कीं हा विषय वाचकांस आवडू शकेल. त्या हेतूने मग कांही टिपण्या तयार केल्या व माहिती जमा केली. त्या आधारावर हा लेख लिहिला आहें.
लक्ष्मीबाई गंगाधरराव नेवाळकर, म्हणजेच झाशीची राणी लक्ष्मीबाई, या एकोणिसाव्या शतकातील झाशी राज्याच्या राणी होत्या. हिंदुस्थानात इ.स. १८५७च्या ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनीविरूद्ध झालेल्या स्वातंत्र्य उठावातील या एक अग्रणी सेनानी होत्या. यांच्या शौर्याने यांना 'क्रांतिकारकांची स्फूर्तिदेवता' म्हणून जनमानसात अढळ स्थान प्राप्त झाले.
इस पुस्तक में हम मुम्बई के ऐतिहासिक किलों के बारे में पढ़ेंगे
महाराष्ट्र आणि पर्यायाने मराठ्यांचा इतिहास हा संपूर्ण भारतीय इतिहासाचा सर्वांत महत्वाचा भाग आहे. दुर्दैवाने नालायक शिक्षणखात्या मुळे भारतीय इतिहासाचा हा भाग सर्वसामान्य लोकांकडे पोचत नाही.
A take on distorted Indian history, foreign invasions and the Hindus.
भारत देशाला १९४७ साली स्वातंत्र्य मिळाले हे आपण सर्वांनी इतिहासात वाचलेले आहे. आता आपण स्वतंत्र भारताच्या आजपर्यंतच्या सर्व पंतप्रधानांची माहिती घेऊया..
सत्यजित राय (२ मई १९२१–२३ अप्रैल १९९२) एक भारतीय फ़िल्म निर्देशक थे, जिन्हें २०वीं शताब्दी के सर्वोत्तम फ़िल्म निर्देशकों में गिना जाता है|
Reference:http://bit.ly/1Ungu1W
जवाहरलाल नेहरू भारत के प्रथम प्रधानमन्त्री थे और स्वतन्त्रता के पूर्व और पश्चात् की भारतीय राजनीति में केन्द्रीय व्यक्तित्व थे। महात्मा गांधी के संरक्षण में, वे भारतीय स्वतन्त्रता आन्दोलन के सर्वोच्च नेता के रूप में उभरे और उन्होंने १९४७ में भारत के एक स्वतन्त्र राष्ट्र के रूप में स्थापना से लेकर १९६४ तक अपने निधन तक, भारत का शासन किया। वे आधुनिक भारतीय राष्ट्र-राज्य – एक सम्प्रभु, समाजवादी, धर्मनिरपेक्ष, और लोकतान्त्रिक गणतन्त्र - के वास्तुकार मानें जाते हैं। कश्मीरी पण्डित समुदाय के साथ उनके मूल की वजह से वे पण्डित नेहरू भी बुलाएँ जाते थे, जबकि भारतीय बच्चे उन्हें चाचा नेहरू के रूप में जानते हैं।
हमारी दुनिया एकै ऐसे रहस्यों का समागम है जिनकी तह तक आज तक कोई भी नहीं पहुँच सका |यहाँ कई ऐसे स्थान हैं जिनके बारे में वैज्ञानिक कई सालों से क्षोध कर रहे हैं लेकिन आज तक भी या तो सिर्फ उनके बारे में आंशिक जानकारी हासिल कर पाए हैं या फिर अभी भी सत्य से कोसों दूर हैं | जानिए 10 ऐसे ही रहस्यमयी स्थानों के बारे में | निश्चित रूप से ये जानकारी आपको हैरान कर देगी |
साने गुरुजींनी लिहिलेले पुस्तक जयंत काही महान व्यक्तींची व्यक्ती चित्रें आहेत
गणेश पावले ganeshpavale@gmail.com यांनी हे साहित्य उपलब्ध करून दिले आहे
भारत देशाला आपल्या ज्ञान दिपाकांसाठी, विद्वानांसाठी ओळखण्यात येते. भारत ही अशी जागा आहे, जिथे अनेक स्थानांवर शिक्षणाला एका वेगळ्या रूपात प्रदान केले जाते. शिक्षक आपल्या देशाच्या विकासात महत्त्वाची भूमिका निभावतात. आता माहिती करून घेऊयात अशाच काही शिक्षकांची ज्यांनी देशात एका नव्या बदलाचे स्वागत केले.
भारत के भूतपूर्व राष्ट्रपति डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्मदिन (५ सितंबर) भारत में शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है।
हमारे देश के गर्भ से जहाँ शिवाजी ,महाराणा प्रताप जैसे वीरों ने जन्म लिया है वहीँ कुछ ऐसी वीर नारियां भी हैं जिन्होनें किसी न किसी रूप में अपने देश के मस्तक को ऊंचा किया है | आइये जानते हैं इस दूसरे भाग में ऐसी ही कुछ और नारियों के बारे में |
India has a vast heritage and Art forms are a part of it .Many painting styles have originated in India and are still being pursued in their native places.Let us read about some of these painting styles that have been enriching Indian culture since time immemorial.
खजाने की खोज एक रोचक बात लगती है है न | पर जान लें की खज़ाना को हासिल करना इतना सहज नहीं होता है | इस दुनिया में कई ऐसे स्थान हैं जहाँ खजाने छुपे हैं लेकिन भाग्यवश आज तक कोई उसे प्राप्त नहीं कर सका है | आइये पढ़ते हैं ऐसे खजानों के बारे में |
नेपोलियन बोनापार्ट फ्रान्स की क्रान्ति में सेनापति, 11 नवम्बर 1799 से 18 मई 1804 तक प्रथम कांसल के रूप में शासक और 18 मई 1804 से 6 अप्रैल 1814 तक नेपोलियन I के नाम से सम्राट रहा। वह पुनः 20 मार्च से 22 जून 1815 में सम्राट बना। वह यूरोप के अन्य कई क्षेत्रों का भी शासक था।
अटल बिहारी वाजपेयी (जन्म: २५ दिसंबर, १९२४) भारत के पूर्व प्रधानमंत्री हैं। वे पहले १६ मई से १ जून १९९६ तथा फिर १९ मार्च १९९८ से २२ मई २००४ तक भारत के प्रधानमंत्री रहे।
Reference:http://bit.ly/1S4z4eR
जगातलं प्रत्येक शहर आपल्या कुठल्या ना कुठल्या वैशिष्ठ्यासाठी प्रसिद्ध आहे. पण आपल्या या जगात अशीही काही शहरं आहेत जी तिथलं रात्रीचं आयुष्य आणि पापी वृत्तीसाठी ओळखली जातात. या, अश्याच काही शहरांची माहिती घेऊ.
इतिहास गवाह है की कुछ शातिर मुजरिम ऐसे भी हुए हैं जो अगर अपनी बुद्धि का सही रूप से इस्तेमाल करते तो न जाने दुनिया में कितना परिवर्तन ला सकते थे | लेकिन इन लोगों ने ऐसा नहीं किया | उन्होनें ऐसे गुनाहों को अंजाम दिया जो शायद आपको भी हैरान कर दे | इस लेख में हम आपको कुछ ऐसे ही शातिर मुजरिमों की जानकारी देना चाहेंगे |
बाजी प्रभू देशपांडे हे एक मराठा साम्राज्याचे शूर योद्धे होते. घोडखिंडीतील लढाईत यांनी अतुलनीय पराक्रम गाजवला व शिवाजीराजे विशाळगडापर्यंत पोचेपर्यंत शत्रुसैन्याला खिंडीत रोखून ठेवले.
भारतीय पौराणिक कथांप्रमाणे इतर देशांमध्ये देखील काही पौराणिक कथा आणि समजुती आहेत.आता माहिती करून घेऊयात युनान च्या पौराणिक कथा ज्यांना युनान मध्ये खूपच रोमेंटिक मानले जाते....
हमारा देश और उसकी सभ्यता ६५०० बी सी से चली आ रही है और आज भी जीवित सभ्यताओं में से एक हैं | आइये जानते हैं इस भाग में मध्यकालीन भारत प्रमुख सभ्यताओं और साम्राज्यों के बारे में |
मिल्टन फ्राइडमैन एक अमेरिकी अर्थशास्त्री थे जिन्हें खपत विश्लेषण, मौद्रिक इतिहास और सिद्धांत और स्थिरीकरण नीति की जटिलता पर अपने शोध के लिए आर्थिक विज्ञान में 1976 के नोबेल मेमोरियल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। पेश है उनके बेहतरीन भाषणों में से एक का अंश
६४ कला आणि ८ सिद्धी यांच्याबद्दल तर सर्वांनीच ऐकलेले आहे. पण तुम्हाला माहिती आहे का की आपल्या देशात अनेक अशा आश्चर्यचकित करणाऱ्या विद्या आहेत ज्या कोणालाही हैराण करून टाकतील? आधुनिक युगात या विद्यांची खूपच चेष्टा केली जाते परंतु वैज्ञानिक देखील मान्य करतात की त्यांच्यामागे काहीतरी सत्य आहेच. चला पाहूयात कोणत्या आहेत या विद्या...
Let us try to know our country a little better.Here are some facts about India that are not otherwise known.
स्टेचू तो आपने बहुत देख्नेगे होंगे | यहाँ रॉक स्टेचू से हमारा मतलब है पत्थर से काट कर बनाई गयी कोई विशाल काय मूर्ति | ऐसे ही कई रॉक स्टेचू पूरे विश्व भर में आपको देखने को मिलेंगी |ऐसे रॉक स्टेचू बनाने की परंपरा कई साल से चल रही है | आज इस लेख में देखिये विश्व की सबसे खुबसूरत रॉक स्टेचू |
श्रीनिवास रामानुजन (डिसेंबर २२, १८८७:तंजावर - एप्रिल २६, १९२०) भारतीय गणितज्ञ होते. रामानुजन हे अलौकिक गणिती होते. रामानुजन हे गणिताचा विचार करीत असे. झोपेतही बहुधा त्यांचा मेंदू गणिताचाच विचार करत असे म्हणूनच ते झोपेतून जागे होताच अवघड अशी गणिती सूत्रे लिहून टाकत.
आइये जानते हैं दूसरी श्रृंखला में कुछ ऐसे तथ्य जो सामान्य तौर पर लोगों को मालूम नहीं होते हैं |
The immigration by Bangladeshis and their demographic siege of the land of the Hindus.
हमारा इतिहास गवाह है की फ्लाइट हादसे कई बार बहुत विषम परिस्थितयों को जन्म देते हैं |लोगों को अपने आप को जिंदा रखने के लिए कई बार सभ्यता की सारी हदों को पार करना पड़ता है |ऐसा ही कुछ हुआ था साल 1927 में जब एक जहाज एंडीज़ पहाड़ों में दुर्घटना ग्रस्त हो गया |जो लोग जिंदा बच गए थे उन्हें जिंदा रहने के लिए 72 दिन तक तकलीफ सहनी पड़ी | यही नहीं उनकी आँखों के सामे उनके कुछ साथियों की मौत हो गयी | अपने को जिंदा रखने के लिए कुछ ने तो अपने मरे हुए साथियों को ही खाया | आईये जानते हैं क्या हुआ था उस दिन|
गांधी जयंती हा महात्मा गांधी जन्मदिवस असून २ ऑक्टोबर रोजी हा उत्सव भारतासह जगभरात साजरा केला जातो. निबंध आणि भाषण
विविध धर्मी लोकांच्या वर्षगणनेची देत असलेली माहिती कोणा एकाच पुस्तकावरून दिलेली नाही. निरनिराळ्या वेब-साइट्स वरून ती जमा केलेली आहे. त्यामुळे लेखकाचे नाव देता येत नाही. क्षमस्व!
निमिष सोनार यांचे ब्लॉग स्वरूपातील मराठी साहित्य: https://vachanastu.blogspot.in/
इतिहास गवाह है की सत्ता एक बहुत ही ख़राब चीज़ है |इतिहास के शासक ने कई ऐसी चीज़ें की हैं जो की बेहद क्रूर हैं | कुछ शासक पर तो इस सत्ता का ऐसा असर हुआ की वह पागल ही हो गए | आइये जानते हैं कुछ ऐसे ही पागल शासकों के बारे में |
हमारे इतिहास ने कई ऐसे शासकों को जन्म दिया है जिन्होनें अपनी प्रजा को प्रताड़ित करना अपना शौक बना लिया था | आइये जानते हैं 10 ऐसे क्रूर शासकों के बारे में |
शिवाजी गोविंदराव सावंत (ऑगस्ट ३१, १९४० - सप्टेंबर १८, २००२) हे मराठी कादंबरीकार होते. त्यांनी लिहिलेली मृत्युंजय ही पौराणिक कादंबरी मराठी कादंबर्यांत मानदंड मानली जाते. शिवाजी सावंत त्यासाठीच मृत्युंजयकार सावंत म्हणून ओळखले जातात.
भारतीय चित्रपट व्यवसायातील प्रसिद्ध संगीतकार
साने गुरुजींनी लिहिलेले छत्रपती शिवाजी महराजांचे चरित्र
मुंबईतील मराठा क्रांती मूक मोर्चाला पकिस्तानच्या बलुचिस्तान प्रांतातील मराठ्यांनी पाठिंबा दिला आणि हे मराठे नेमके आहेत तरी कोण जे पाकिस्तानमध्ये राहतात हा प्रश्न नव्याने निर्माण झाला. बलुचिस्तानमध्ये राहणारे हे लोक स्वतःला मराठे म्हणवून घेतात. ते नक्की मराठे आहेत का? असतील तर त्यांच्यावर बलुचिस्तानमध्ये राहण्याची वेळ का आली?
महाभारत हमारे देश के इतिहास की एक बेहद महत्वपूर्ण गाथा है | लेकिन इसमें भी कई ऐसी कथाएँ हैं जिनसे हम अवगत नहीं हैं आइये पढ़ते है ऐसी ही कुछ कथाएँ |
जैसे आप लोग जानते ही हैं की संजय लीला भंसाली रानी पद्मावती और अल्लाउदीन खिलजी की कहानी पर एक फिल्म बना रहे हैं |अभी कुछ दिन पहले ही इस फिल्म की शूटिंग के दौरान राजपूतों ने इसकी कहानी में आपत्तिजनक दृश्य दिखाए जाने की वजह से संजय लीला भंसाली के सेट पर तोड़फोड़ मचाई| उनका ये कहना है की रानी पद्मावती उनके घराने से हैं और उनको गलत नज़रिए से दुनिया के सामने पेश किया जा रहा है | इस पर कुछ लोगों ने इस विरोध को गलत बताते हुए अपने विचार प्रकट किये हैं | आईये जानते हैं क्या हैं उनके तर्क और कौन थी रानी पद्मावती |
रूस के पत्र
महाराष्ट्राची संस्कृती
हमारे देश के गर्भ से जहाँ शिवाजी ,महाराणा प्रताप जैसे वीरों ने जन्म लिया है वहीँ कुछ ऐसी वीर नारियां भी हैं जिन्होनें किसी न किसी रूप में अपने देश के मस्तक को ऊंचा किया है | आइये जानते हैं ऐसी ही कुछ नारियों के बारे में |
हम सभी ने टाइटैनिक जहाज का नाम सुना ही है | अपने समय का सबसे महंगा जहाज अपनी पहली यात्रा पर ही आइसबर्ग से टकरा नष्ट हुआ गया था | इसके इलावा और भी कई बातें जुड़ी हुईं हैं इस रहस्मयी जहाज से | आगे पढ़िए हमारे साथ |
भारत देश के विस्तृत इतिहास में अनेक महान राजवंश हो चुके है। उनमे से कुछ राजवंश का इतिहास यहाँ उपलब्ध है।
भारताच्या इतिहासात कित्येक अशा दुर्घटना घडल्या आहेत ज्यामध्ये अपरिमित अशी जीवित आणि वित्त हानी झाली आहे. चला पाहूयात अशाच काही दुर्घटना..........
भारतीय इतिहास बेहद विस्तृत है और इसमें कई ऐसे लोगों के नाम जुड़े हैं जिन्होनें इस देश पर कब्ज़ा करने के लिए यहाँ कई बार आक्रमण किया |मौर्य साम्राज्य के काल तक एक ही राज्य का प्रचलन समाप्त हो गया |इसके बाद देश में छोटे छोटे राज्य बस गए |इस कारण विदेशी आक्रमणकारियों का भारत पर धावा बोलने का काम सहज हो गया | आईये जानिए कौन से तह वो आक्रमणकारी जिन्होनें इस काल में भारत पर अपना आतंक फैलाया |
Experts say one of the deadliest air disasters in history was averted last week, after air traffic control prevented an Air Canada from landing on a busy taxiway, on which four aircraft were waiting.
But what really is the deadliest? Here, we count down the worst plane crashes of all time.
It’s worth noting at this point that 2017 is on its way to being one of the safest years in aviation history,
प्राचीन भारत आज के भारत से ज्यादा भिन्न नहीं था | अगर हम तब के शहरों को देखें तो पायेंगे की आज की तकनीकों की नींव उस काल में डल चुकी थी | आईये जानते हैं उस समय के कुछ बेहद खूबसूरत और महत्वपूर्ण शहरों के बारे में |
छत्रपती शिवाजी महाराजांच्या बालपणापासून त्यांंच्यासह असलेले तानाजी मालुसरे हे स्वराज्य स्थापनेपासूनच प्रत्येक महत्त्वाच्या घडामोडीत सहभागी असलेली व्यक्ती आहेत.
Mahabharat is a vast holy book of India .There are very famous characters of Mahabharat like Arjun , Yuddhisthir and Krishna .Still there are many characters in Mahabharat who did not get their due .Inspite of them being great warriors they were never praised and there efforts were lost in the sands of time .Let us read about some mighty characters of Mahabharta here .
A Case Against the Temple
कोहिनूर हिरा जगातील ५ सर्वांत मोठ्या हिऱ्यात मोडतो, आणि त्याची निर्मिती भारतात झाली होती. परंतु असे काय झाले ज्यामुळे हा हिरा भारत सोडून ब्रिटन मध्ये जाऊन राहिला? माहिती करून घेऊयात कोहिनूर ची कहाणी
स्वातंत्र्यापासून आजपर्यंत आपल्या देशात खूप मोठमोठ्या घोटाळ्यांचा इतिहास नांदला आहे. खाली भारतात झालेल्या मोठ्या घोटाळ्यांची संक्षिप्त स्वरुपात माहिती दिलेली आहे.
A look at Bharatiya Janata Party- a political party in India, its association with Sangh Parivar and the Hindu expectations.
जगातील टॉप 10 शहरे ज्यांची नावे आहेत अगदी विचित्र.....
शायद आप सभी ने बरमूडा ट्रायंगल का नाम सुना होगा | नहीं सुना है तो हम बता देते हैं की यह वो स्थान है जहाँ कई जहाज और शिप अचानक से गायब हो गए हैं | ये सब कहाँ चले गए इस राज़ का खुलासा आज भी नहीं हो पाया है | लेकिन बरमूडा ट्रायंगल के इलावा भी कुछ और ऐसे स्थान हैं इस धरती पर जहाँ ऐसी रहस्यमयी गतिविधियाँ हो चुकी हैं |आइये जानते हैं कुछ और ऐसी जगहों के विषय में |
अनादी अनंत काळापासून माणसाला अज्ञात प्रदेशाचं आकर्षण राहीलं आहे. नवीन भूमीचा शोध घ्यावा, त्यावर आपलं स्वामित्वं प्रस्थापीत करावं ही मानवाची आस अनादी-अनंत कालापासून चालत आलेली आहे. युरोपीयन आणि मुस्लीम आक्रमकांनी यालाच धर्मप्रसाराची आणि व्यापाराची जोड दिली आणि व्यापाराच्या माध्यमातून अनेक वसाहतींचं साम्राज्यं उभारलं.
आपल्या भारत देशाची संस्कृती फार प्राचीन आहे. चला पाहूयात आपल्या देशातील सर्वांत प्राचीन गोष्टी :
मोहेंजोदारो भारत में स्थित प्राचीन सभ्यता का नाम है | इसी मोह्नेजोदारो के अवशेष पुरातात्व्वादियों को कई सालों की मेहनत के बाद मिले हैं | जानिए इस लेख में इस सभ्यता से जुडी कुछ सच्चाइयों के बारे में |
ये तो मानी हुई बात है की लोगों को उनकी उपलब्धियों का श्रेय मिलना चाहिए | पर क्या होता है जब कोई व्यक्ति किसी चीज़ की खोज करता है लेकिन उसे जल्दी ही उसके कार्य से निवृत कर दिया जाता है | कुछ दिनों बाद उसे पता चलता है की इस कार्य का श्रेय तो उसके बॉस को प्रदान कर दिया गया है| ऐसा सोच पाना ही डर पैदा करता है पर उस इंसान की सोचिये जिसने ये सब भुगता है | आईये पढ़ते हैं की रखल दस बनर्जी के साथ क्या हुआ था |
How I Became a Hindu is an autobiography by Sita Ram Goel, which he published in 1982 and enlarged in 1993 under his Voice of India imprint.
Goel writes that he had strong Marxist leanings as a student. He read Karl Marx's "The Communist Manifesto" and almost joined the Communist Party. In these years he "came to the conclusion that while Marx stood for a harmonized social system, Sri Aurobindo held the key to a harmonized human personality."
छत्रपती शिवाजीराजे भोसले हे इ.स. १८१८ पर्यंत टिकलेल्या आणि आपल्या परमोत्कर्षाच्या अवस्थेत भारतीय उपखंडाचा बराचसा भाग व्यापणाऱ्या मराठा साम्राज्याचे संस्थापक होते. जनता त्यांना शिवराय, शिवाजी महाराज किंवा राजे नावाने संबोधते. भोसले कुळातील या सुपुत्राने विजापूरच्या आदिलशाहीविरुद्ध आणि मोगल साम्राज्याविरुद्ध ऐतिहासिक संघर्ष करून मराठा स्वराज्य स्थापन केले. रायगड ही राजधानी असलेले स्वतंत्र मराठा राज्य शिवाजीने उभे केले आणि इ.स. १६७४ मध्ये छत्रपती म्हणून राज्याभिषेक करवून घेतला.
साने गुरुजी लिखित
प्रागितिहास, आद्य ऐतिहासिक युग आणि इतिहासयुग असे तीन प्रमुख टप्पे मानले जातात; परंतु या तीन टप्प्यांची मांडणी एकोणिसाव्या शतकाच्या मध्यकालापर्यंत योजली गेली नव्हती. याचे कारण असे की यूरोपमध्ये एकोणिसाव्या शतकाच्या सुरुवातीच्या काळापर्यंत जगाची व मानवाची प्राचीनता पाषाणयुगाइतकी असेल, असे कुणालाच वाटले नाही. अश्मयुगासंबंधी जसजसा पुरावा उपलब्ध झाला, तसतसे या युगाचे उपकाल अथवा उपखंड योजणे अपरिहार्य ठरले.
आनंदीबाई गोपाळराव जोशी (मार्च ३१, इ.स. १८६५- फेब्रुवारी २७, इ.स. १८८७) या भारतातील पहिल्या महिला डॉक्टर होत्या.
नेपोलियन बोनापार्ट हा फ्रांसचा शूर योद्धा व सम्राट होता.
साम्राज्यवाद (इंग्लिश : Imperialism (इंपेरिॲलिझम)) हा शब्द Imperium (इंपेरियम) या लॅटिन शब्दापासून निर्माण झाला आहे. हा शब्द साम्राज्य प्रस्थापित करण्याचे समर्थन करण्यासाठी वापरला जातो. विकसित राष्ट्राने अविकसित राष्ट्रावर आपले वर्चस्व प्रस्थापित करणे व अनेक वसाहती स्थापन करणे याला साम्राज्यवाद असे म्हणतात.
भारत में धर्म, दर्शन, विज्ञान, वास्तु, ज्योतिष, खगोल, स्थापत्य कला, नृत्य कला, संगीत कला सभी का उद्गम हुआ है | लेकिन क्या आपको पता है की कई ऐसे अविष्कार आधुनिक समाज द्वारा खोजे जाने से पहले ही भारत में खोजे जा चुके थे | आइये पढ़ते हैं कौनसे हैं वो आविष्कार |
History of Maharashtra
सावित्रीबाई जोतीराव फुले (जन्म : नायगाव, खंडाळा तालुका, सातारा जिल्हा; ३ जानेवारी, इ.स. १८३१; मृत्यू : पुणे, १० मार्च, इ.स. १८९७) या मराठी शिक्षणप्रसारक, समाजसुधारक महिला होत्या. महाराष्ट्रातील स्त्रीशिक्षणाच्या आरंभिक टप्प्यात त्यांचे पती[जोतिराव फुले]यांच्यासह त्यांनी मोठी कामगिरी बजावली. सावित्रीबाई या मराठीतील पहिल्या कवयित्री आहेत. आपल्या नायगांव या गावाविषयावरील त्यांची कविता अप्रतिम आहे. सावित्रीबाई फुले यांनी शिक्षणाचा प्रसार केला. सावित्रीबाई फुले या भारतातील पहिल्या मुख्याध्यापिका होत्या.
इस्रो च्या बाबतीत रोचक तथ्य
महिन्यांची नावं तर आपल्या सगळ्यांनाच माहिती आहेत, पण तुम्हाला हे माहिती आहे का की महिन्यांची ही नावं कशी पडली आणि कोणी त्यांचे नामकरण केले? नाही ना? इथे पहा....
भारतातील प्रमुख १० पर्यटन स्थळे जिथे पर्यटकांची अक्षरशः जत्रा भरते...
वेद प्राचीन भारत के साहित्य हैं जो हिन्दुओं के प्राचीनतम और आधारभूत धर्मग्रन्थ भी हैं। भारतीय संस्कृति में सनातन धर्म के मूल और सब से प्राचीन ग्रन्थ हैं जिन्हें ईश्वर की वाणी समझा जाता है। ये विश्व के उन प्राचीनतम धार्मिक ग्रंथों में हैं जिनके मन्त्र आज भी इस्तेमाल किये जाते हैं।
Reference:http://bit.ly/1oDs5h4
जानते हैं नीरजा भनोट की ज़िन्दगी से जुडी बातें |
25 जून 1975 को देश भर में इमरजेंसी घोषित कर दी गयी थी | इसी दौरान इंदिरा गाँधी ने जयगढ़ किले में 5 महीने तक खुदाई करवाई | इसके बाद उन्हें कुछ सामान वहां से प्राप्त हुआ लेकिन उन्होनें इस बात को गुप्त रखा | वह सामान बड़े गुप्त तरीकों से दिल्ली ले जाया गया | लेकिन जनता को यही बताया गया की कुछ हाथ नहीं लगा | आखिर क्या मिला तो खोजने वालों को उस समय और क्यूँ इस बात को गुप्त रखा गया आईये जानते हैं |
जगातील सर्वांत धोकादायक १० माफिया गैंग, ज्यांच्या नावानेही थरथर कापते जग....
महाभारत आपल्या देशाच्या इतिहासातील एक अत्यंत महत्वपूर्ण गाथा आहे. परंतु यामध्ये काही अशा कथा आहेत त्या सर्वश्रुत नाहीत. चला त्या गोष्टी वाचुया
हमारे देश भारत की सभ्यता काफी प्राचीन है |15000 सालों से ये देश अपनी इसी सभ्यता और इतिहास को बरक़रार रखे हुए है | इतने सालों बाद भी कई ऐसी चीज़ें हैं जो अभी भी वैसे के वैसे ही हैं |हमारे देश में आये कई बदलाव के बाद भी उसकी कुछ प्राचीन इकाईयां आज भी देखी जा सकती हैं | आइये जानते हैं क्या हैं हमारे देश की सबसे प्राचीन इकाईयां|
शिवाजी महाराज यांच्या किल्ल्यांची यादी खाली दिल्याप्रमाणे आहे. यामध्ये डोंगरी किल्ले, भुईकोट व सागरी किल्ल्यांचा समावेश आहे, तसेच महाराष्ट्र, कर्नाटक तामिळनाडू व गोवा या सध्याच्या राज्यातील किल्ल्यांचाही समावेश आहे.
हमारा देश सिर्फ रंगों ,संगीत और संस्कृति का मिलन नहीं हैं | हर देश की तरह यहाँ भी कुछ ऐसे स्थान हैं जहाँ जाना किसी खतरे से खाली नहीं है | आइये जानते हैं १२ ऐसी जगहों के बारे में |
भारत देश को अपने ज्ञान दीपकों के लिए जाना जाता है | ये वो स्थान है जहाँ कई स्थानों से शिक्षा को अलग रूप में पर्दान किया जा रहा है |शिक्षक हमारे देश के विकास में एक अहम् भूमिका निभाते हैं | आइये पढ़ते हैं कुछ ऐसे शिक्षकों के बारे में जिन्होनें देश में एक नए बदलाव का स्वागत करवाया |
सावित्रीबाई जोतीराव फुले (जन्म : नायगाव, खंडाळा तालुका, सातारा जिल्हा; ३ जानेवारी, इ.स. १८३१; मृत्यू : पुणे, १० मार्च, इ.स. १८९७) या मराठी शिक्षणप्रसारक, समाजसुधारक महिला होत्या. महाराष्ट्रातील स्त्रीशिक्षणाच्या आरंभिक टप्प्यात त्यांचे पती[जोतिराव फुले]यांच्यासह त्यांनी मोठी कामगिरी बजावली. सावित्रीबाई या मराठीतील पहिल्या कवयित्री आहेत. आपल्या नायगांव या गावाविषयावरील त्यांची कविता अप्रतिम आहे. सावित्रीबाई फुले यांनी शिक्षणाचा प्रसार केला. सावित्रीबाई फुले या भारतातील पहिल्या मुख्याध्यापिका होत्या.
इतिहास के एक महान योद्धा थे महाराणा प्रताप | 7 जून 1540 को उदयपुर के संस्थापक उदय सिंह द्वितीय और महारानी जयवंता बाई के घर में जन्मे महाराणा बाद में जाकर मेवाड़ के मशहूर राजा बने |प्रताप की बहादुरी के किस्से आज भी राजस्थान में गाये जाते हैं | आईये जानते हैं उनसे जुडी कुछ ऐसी बातें जो अभी तक किसी के सामने नहीं आई हैं |
प्राचीन भारत आजच्या भारतापेक्षा फार काही भिन्न नव्हता. जर आपम तेव्हाची शहरं पाहिली तर आपल्याला कळेल की आत्ताच्या तंत्रांचा पाया हा तेव्हाच घातला गेला होता. या दुसऱ्या भागात जाणून घेऊयात त्या काळातल्या काही अत्यंत सुंदर आणि महत्त्वपूर्ण शहरांना.
नॉस्त्रदामसचे नाव तर सर्वांनाच माहिती आहे. परंतु तुम्हाला माहिती आहे का की त्यांनी कित्येक वर्षांपूर्वी काही अशी पुर्वानुमाने काढली होती ज्यांपैकी बहुतेकशी सत्यात उतरली आहेत. बघूया त्यांच्या अशा १० भाविष्यवाणी ज्या काही वर्षांनंतर सत्य ठरल्या.
भारतामध्ये धर्म, दर्शन, विज्ञान, वास्तु, ज्योतिष, खगोल, स्थापत्य कला, नृत्य कला, संगीत कला सर्वांचा उगम झालेला आहे. परंतु आपणाला माहिती आहे का की कित्येक असे अविष्कार जे आधुनिक समाजाद्वारे शोध लागण्यापूर्वीच भारतात त्यांचा शोध लागला होता? आता माहिती करून घेऊयात कोणते आहेत हे अविष्कार -
जिवा महाला हा शिवाजीराजांचा अंगरक्षक होता, त्याने प्रतापगडाच्या लढाईत शिवाजींना वाचवले होते.
भारत की कानून व्यवस्था में कमी की वजह से अभी तक कई ऐसे लोग आये जिन्होनें किसी न किसी रूप में इस बात का फायदा उठाया | आगे बताया जा रहा है ऐसे ही कुछ बुद्धिमान अपराधियों के बारे में |
भारतीयांनी आपल्या प्रतिभेचे ध्वज जगभरात फडकावले आहेत. परंतु ही प्रतिभा अशीच काही युगानुयुगे आपल्या देशाचा हिस्सा बनलेली नाहीये. आपल्या प्रतिभेला या पातळीवर घेऊन जाण्यासाठी अनेक विद्वान लोकांनी अपार मेहनत घेतली आहे. आता माहिती करून घेऊयात अशाच काही विद्वानांची... -
Ever since the BJP has come into power the opposition is in a trance. Not only does Congress raise the question on each of their decisions they even say that in this government people do not have the right to say what they feel. However, what they are saying is drastically different from what they had been practicing in their rule. In reality, in 60 years of their rule, Congress has banned many things which they thought could have been a danger to their rule. Let us read about some of them here.
आपले ज्ञान वाढविण्यासाठी छोट्या छोट्या माहितीच्या गोळ्या :)
हिंदी फिल्मों में कई ऐसे सीन हैं जो लोगों की यादों में बस गए हैं | आईये पढ़ते हैं ऐसे ही 17 सीन के बारे में |
जगातली बरीच अशी काही रहस्य आहेत ज्यातली काही अजूनही मनुष्याला उलगडली नाहीत. त्यातलेच काही खून जे आजही पोलिसांच्या न सुटलेल्या केस फाइल्समध्ये धूळ खात पडलेले आहेत.
भारत का ऐतिहासिक काल गौतम बुद्ध से माना जाता है, क्योंकि उस काल की बौद्ध-कथाओं में वर्णित व्यक्तियों का पुराणों की वंशावली में भी प्रसंग आता है। लोग वहीं से प्रामाणिक इतिहास मानते हैं। पौराणिक काल के बाद गौतम बुद्ध के व्यक्तित्व ने तत्कालीन सभ्य संसार में बड़ा भारी परिवर्तन किया। इसलिए हम कहेंगे कि भारत के ऐतिहासिक काल का प्रारम्भ धन्य है, जिसने संसार में पशु-कीट-पतंग से लेकर इन्द्र तक के साम्यवाद की शंखध्वनि की थी। केवल इसी कारण हमें, अपना अतीव प्राचीन इतिहास रखने पर भी, यहीं से इतिहास-काल का प्रारम्भ मानने से गर्व होना चाहिए।
द.रा. कापरेकर (जन्म : डहाणू-ठाणे जिल्हा, महाराष्ट्र, १७ जानेवारी १९०५; मृत्यू : १९८६)) हे देवळाली(नाशिक)मध्ये राहणारे एक जागतिक कीर्तीचे गणितज्ञ होते. त्यांच्या महाविद्यालयीन काळात त्यांना गणितातले रँग्लर परांजपे पारितोषिक मिळाले होते.
महाराष्ट्राची संतांची भूमि म्हणून ओळख आहे. वारकरी पंथाच्या संतानी समाजातील विषमतेवर आपल्या अभंगातून प्रहार केले. संत चोखामेळा, संत ज्ञानेश्वर, संत सावता माळी, संत तुकाराम, संत एकनाथ, संत गोरा कुंभार आदि विविध जातिधर्मातील संतानी या पंथाचा प्रसार महाराष्ट्र व महाराष्ट्राबाहेर केला. अशा आपल्या समृद्ध संत परंपरेबद्दल माहिती मिळवण्यासाठी हे एक छोटेसे पुस्तक उपलब्ध केले आहे.
भारत के इतिहास में कई ऐसी दुर्घटनाएं हुई हैं जिनमें जान और माल का बहुत नुक्सान हुआ है | आइये पढ़े ऐसे ही कुछ दुर्घटनाओं के बारे में |
काही खुनाचे तपास किती तरी दशके चालतात आणि शेवटी खुन्याचा पत्ता लागतो. ह्या कथा जरूर वाचा.
Arun Shourie (born 2 November 1941) is an eminent Indian journalist, author and politician. He has worked as an economist with the World Bank, a consultant to the Planning Commission of India, editor of the Indian Express and The Times of India and a minister in the government of India (1998–2004). He was awarded the Ramon Magsaysay Award in 1982. He has authored/co-authored numerous books and is better known for his insightful writings on a range of subjects and thoughts and razor sharp logic. We are reproducing his articles from http://arunshourie.voiceofdharma.com/articles.htm.
मध्ययुगातील शिक्षा करण्याच्या १० भयानक पद्धती
एक नज़र डालें स्कॉट केली के अन्तरिक्ष सफ़र की यादों पर |
भारत में नृत्य की जड़ें प्राचीन परंपराओं में है। इस विशाल उपमहाद्वीप में नृत्यों की विभिन्न विधाओं ने जन्म लिया है। प्रत्येक विधा ने विशिष्ट समय व वातावरण के प्रभाव से आकार लिया है। राष्ट्र शास्त्रीय नृत्य की कई विधाओं को पेश करता है, जिनमें से प्रत्येक का संबंध देश के विभिन्न भागों से है। प्रत्येक विधा किसी विशिष्ट क्षेत्र अथवा व्यक्तियों के समूह के लोकाचार का प्रतिनिधित्व करती है। भारत के कुछ प्रसिद्ध शास्त्रीय नृत्य हैं
Reference: http://bit.ly/1oDC1XE
नोस्त्रदामस का नाम तो सभी ने सुना है | पर क्या आपको ज्ञात है की उन्होनें कई साल पहले ही कुछ ऐसे पूर्वानुमान किये थे जिसमें से काफी सत्य भी हुई हैं | पढ़ें उनकी 10 ऐसी भविष्यवाणियों जो हकीकत में कई सालों बाद सत्य हो गयी थीं |
कोयना प्रकल्प हा महाराष्ट्रातील एक बराच जुना जलविद्युत प्रकल्प आहे. ्त्या प्रकल्पाअन्तर्गत एक अगदी अनोखा असा नवीन रचनात्मक उपक्रम काही वर्षांपूर्वी यशस्वीपणे राबवण्यात आला. त्याबद्दल या लेखात माहिती देण्याचा विचार आहे
बिहार की राजधानी पटना में स्थित है अगम कुआँ |इस कुँए का इतिहास अशोक के समय से चलता आ रहा है | यही नहीं इस कुँए को लेकर कई कहानियां भी मशहूर हैं | आइये जानते हैं की क्या है आखिर अगम कुँए का रहस्य और इन कहनियों में कितनी सच्चाई है |
किसी देश की सभ्यता का एक अभिन्न अंग होते हैं वहां घटित हुए युद्ध | आइये पढ़ते हैं मध्यकालीन भारतीय सभ्यता में घटित हुए कुछ युद्धों के बारे में |
हम अपने देश के इतिहास के बारे में वही जानते हैं जो हमें हमारी इतिहास की किताबों में सिखाया गया है | पर अगर वो किताबें झूठ हों तो | आपको जानकर हैरत होगी की इतिहास के पन्नो में कुछ ऐसे राज़ हैं जिनकी पुष्टि नहीं हुई है | इसलिए ये कहना की ये वास्तविकता है वो शायद गलत होगा |आइये जानते हैं ऐसे ही कुछ राजों के बारे में जो अभी भी विवादित हैं |
इन्दिरा प्रियदर्शिनी गाँधी वर्ष 1966 से 1977 तक लगातार 3 पारी के लिए भारत गणराज्य की प्रधानमन्त्री रहीं और उसके बाद चौथी पारी में 1980 से लेकर 1984 में उनकी राजनैतिक हत्या तक भारत की प्रधानमंत्री रहीं। वे भारत की प्रथम और अब तक एकमात्र महिला प्रधानमंत्री रहीं।
मोहनदास करमचंद गांधी हे भारताच्या स्वातंत्र्य संग्रामातील प्रमुख नेते आणि तत्त्वज्ञ होते. महात्मा गांधी या नावाने ते ओळखले जातात.
साने गुरुजी लिखित
Our history has witnessed many ship wrecks.Some were sheer accidents while some were done intentionally to escape being captured .A look into the world's famous ship wrecks.
मुंबईकराना भाऊचा धक्का हा शब्दप्रयोग सुपरिचित आहे. कोकणात जाणाराना तर तो जास्तच जिव्हाळ्याचा!
जवाहरलाल मोतीलाल नेहरू हे भारताचे पहिले पंतप्रधान व भारतीय स्वातंत्र्य चळवळीत अग्रणी असलेले भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस पक्षाचे लोकप्रिय नेते होते. ते पंडित नेहरू व चाचा नेहरू या नावांनीही ओळखले जातात.
कहते हैं राजनीति एक बेहद पेचीदा क्षेत्र है | यहाँ नैतिकता का पालन कंरना बेहद दुष्कर कार्य है | भारतीय राजनीति में कई ऐसे लोग हुए जिनको इसी नैतिकता के पालन के कारण मौत के घाट उतार दिया गया | आइये जानते हैं ऐसे ही कुछ राजनीति के शिकारों के बारे में |
श्रीनिवास रामानुजन् इयंगर (22 दिसम्बर 1887 – 26 अप्रैल 1920) एक महान भारतीय गणितज्ञ थे। इन्हें आधुनिक काल के महानतम गणित विचारकों में गिना जाता है। इन्हें गणित में कोई विशेष प्रशिक्षण नहीं मिला, फिर भी इन्होंने विश्लेषण एवं संख्या सिद्धांत के क्षेत्रों में गहन योगदान दिए। इन्होंने अपने प्रतिभा और लगन से न केवल गणित के क्षेत्र में अद्भुत अविष्कार किए वरन भारत को अतुलनीय गौरव भी प्रदान किया।
बामियान बुद्धा की दो मूर्तियाँ काबुल से 130 किलोमीटर दूर स्थित एक स्थान बामियान में बनायीं गयी थी | मार्च 2001 में जब तालिबान का असर जोर शोर से फैला हुआ था तब एक विस्फोट में इन दो मूर्तियों को नष्ट कर दिया गया | बेहद अद्भुद इन मूर्तियों से जुडी कुछ बातें जानते हैं इस लेख में |
साने गुरुजी लिखित
आर्य चाणक्य अपने चाणक्य नीति ग्रंथमे आदर्श जीवन मुल्य विस्तारसे प्रकट करते है।
Books are a means to express your viewpoint or thinking on a particular thought . But hell breaks loose when a book goes against the norms and picks up topics that are controversial.
Let us read about some books which had to face wrath in India due to their sensational topics.
कालिदास संस्कृत भाषेतील सर्वांत महान कवी आणि नाटककार होता. कालिदासाने भारतातील पौराणिक कथा आणि दर्शनाला आधार करून रचना केल्या. कालीदास आपल्या सुंदर, सरळ आणि मधुर भाषेसाठी खासकरून ओळखला जातो.
The book consists of harrowing stories of the Partition of India between the new nations of India and Pakistan. The partition led to one of the greatest population movements in the 20th century, as Muslims in what would become India, and Hindus and Sikhs in what would become Pakistan, fled across the new borders.
This book details the sufferings of the Hindus and Sikhs who fled their homes in the western Punjab, the North-West Frontier Province, Sindh and parts of Kashmir. An appendix contains numerous press and eyewitness accounts of atrocities committed against the refugees during the Partition.
The book takes a position against Pakistan and the Muslim League, which it accuses of planning the massacres.
एपिक या टीव्ही चॅनलवर धर्मक्षेत्र नावाचा एक कार्यक्रम लागतो. त्यात महाभारतातील सर्व पात्र मृत्यू पावल्यानंतर पाप पुण्याचा हिशोब करण्यासाठी चित्रगुप्तच्या दरबारात येतात आणि एकेका एपिसोडमध्ये एकेका व्यक्तीवर इतर संबंधित व्यक्तींनी लावलेले आरोप चित्रगुप्त वाचून दाखवतात आणि ती व्यक्ती मग त्या आरोपांचे आपल्या कुवतीनुसार खंडन करते आणि मग शेवटी चित्रगुप्त आपला निवाडा देतात. मी येथे टीव्ही ते छापील (लिखित) माध्यम असा बदल म्हणजेच "माध्यमांतर" केले आहे तसेच मूळ एपिसोडची भाषा हिंदी असून त्याचा स्वैर मराठी अनुवाद केला आहे!! - निमिष सोनार
इतिहास में कई ऐसे किरदार हैं जिनके नाम वहीँ दफ़न कर दिए गए | वह लोग इतने भयानक थे की उनके बारे में सोचना या बात करना भी एक खौफनाक एहसास होता था | ऐसा ही के शख्स था ठग बेहराम | वह जहाँ से गुज़रता था लोग उस स्थान से दूर चले जाते थे | मात्र एक पीले रुमाल की सहायता से वह अपने शिकार को पल में ख़त्म कर देता था | जानिए हमसे इस वहशी दरिन्दे की कहानी |
जिसने इस देश का पूर्ण इस्लामीकरण करने की औरंगजेब की साजिश को विफल कर हिन्दू धर्म की रक्षा की थी…..उस महान यौद्धा का नाम है वीर दुर्गादास राठौर…
दुनिया भर में भारतवासियों ने अपनी प्रतिभा का परचम लहराया है | लेकिन ये प्रतिभा यूँही इतनी सदियों से हमारा हिस्सा नहीं बनी है | इस प्रतिभा को इस मक़ाम पर पहुँचाने के लिए कई विद्वानों ने कड़ी मेहनत की है | आईये जानते हैं कुछ ऐसे ही विद्वानों के बारे में |
१२ व्या आणि १३ व्या शतकात दिल्लीच्या सिंहासनावर सुलताना विराजमान होता . सुलतानाने आपली शक्ती वाढवण्यासाठी कित्येक वेळा मेवाड वर आक्रमण केले. या आक्रमणापैकी एक आक्रमण अल्लाउद्दीन खिलजीने मेवाडची सुंदर राणी पद्मिनी हिला मिळवण्यासाठी केले होते.
ब्रिज ऑन द रिव्हर क्वाय - एक मनःपटलावरील युद्ध
हेन्री थॉमस लिखित "The Story Of The Human Race" या पुस्तकाचा साने गुरुजींनी केलेला अनुवाद
भारताने गेल्या वर्षी अमेरिका व इतर काही राष्ट्रांबरोबर अणुशक्ति विषयाबाबत काही करार केले त्यानिमित्ताने बरींच राजकीय वादळे निर्माण झाली. काही शास्त्रीय स्वरूपाची माहिती समोर आली पण फारच थोड्या जणाना या बद्दल पुरेशी माहिती असते त्यामुळे वादविवाद राजकीय स्वरूपाचेच राहिले. या संदर्भात काही स्वत: अनुभवलेली व बहुतेक वाचनातून जमवलेली माहिती आपणासमोर मांडण्याचा विचार आहे. विषय जमेल तेवढा सुलभ करण्याचा प्रयत्न राहील.
जिजाबाई (इतर नावे: जिजामाता, जिजाऊ, राजमाता, माँसाहेब, इत्यादी) (इ.स. १५९८ - १७ जून, इ.स. १६७४) ह्या मराठा साम्राज्याचे संस्थापक छत्रपती शिवाजी महाराजांच्या आई होत्या. सिंदखेडचे लखुजी जाधव हे जिजाबाईंचे वडील व आईचे नाव म्हाळसाबाई होते. जाधव हे देवगिरीच्या यादव घराण्याचे वंशज होते. डिसेंबर इ.स. १६०५ मध्ये जिजाबाईंचा शहाजीराजांशी दौलताबाद येथे विवाह झाला.
प्राचीन भारत आज के भारत से ज्यादा भिन्न नहीं था | अगर हम तब के शहरों को देखें तो पायेंगे की आज की तकनीकों की नींव उस काल में डल चुकी थी | आईये जानते हैं इस दुसरे भाग में उस समय के कुछ बेहद खूबसूरत और महत्वपूर्ण शहरों के बारे में |
हमारे देश में कानूनन कुछ ऐसी हकीक़तें है, जिसकी जानकारी हमारे पास नहीं होने के कारण हम अपने अधिकार से मेहरूम रह जाते है। तो चलिए ऐसे ही कुछ रोचक जानकारी आपको देते है, जो जीवन में कभी भी उपयोगी हो सकती है.
साहना ह्यांनी हि सत्यकथा आम्हाला पाठवली आहे. १९५५ साली एअर इंडिया चे लॉकहीड कॉन्स्टलेशन बनावटीचे विमान मुंबई हून हॉंगकॉंग आणि तिथून इंडोनेशियातील बांडुंग येथे जात होते. ह्या विमानाला भीषण अपघात झाला. नक्की काय घडले ? ह्या अपघातातून कोण वाचले , ह्यांत इतर देशांचा हात होता का ? अश्या प्रश्नाची उत्तरे ह्या पुस्तकांत मिळतील.
हि सत्यघटना आहे.
संत, ऐतिहासिक व्यक्तिमत्त्वे, समाजसुधारक, समाजसेवक, राजकीय नेते, विचारवंत व संशोधक, उद्योजक, कलाकार, खेळाडू, पत्रकार अशा विविध क्षेत्रांमध्ये जागतिक स्तरावर ठसा उमटविणाऱ्या मराठी व्यक्तिमत्वांची माहिती देण्यात आलेली आहे.
Year 2020 highlights will provide you a summary of the year 2020. This information is intended for general knowledge and to help you prepare for competitive exams.
नवम्बर 1970 में नॉर्वे की इस्दालें वैली में एक औरत की जली हुई लाश मिली थी | उस औरत के शरीर और कपड़ों से ऐसे सभी निशान मिटा दिए गए थे जो उसकी पहचान सामने ला सकते थे | पुलिस ने उसकी मौत की जांच शुरू की तो उनको मिले कई गुप्त सुराग और कोड्स लेकिन कातिल का पता नहीं चला | 46 साल बाद फिर से नॉर्वे की पुलिस ने इस केस को दोबारा खोलने का फैसला किया है | आइये जानते हैं और सुराग इस रहस्यमयी औरत के बारे में |
संन्यासी आंदोलन और बंगाल अकाल की पृष्ठभूमि पर लिखी गई बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय की कालजयी कृति आनन्दमठ सन 1882 ई. में छप कर आई। इस उपन्यास की क्रांतिकारी विचारधारा ने सामाजिक व राजनीतिक चेतना को जागृत करने का काम किया। इसी उपन्यास के एक गीत वंदेमातरम को बाद में राष्ट्रगीत का दर्जा प्राप्त हुआ।आनन्दमठ में जिस काल खंड का वर्णन किया गया है वह हन्टर की ऐतिहासिक कृति एन्नल ऑफ रूरल बंगाल, ग्लेग की मेम्वाइर ऑफ द लाइफ ऑफ वारेन हेस्टिंग्स और उस समय के ऐतिहासिक दस्तावेज में शामिल तथ्यों में काफी समानता है।
इस दुनिया में कई ऐसी बीमारियाँ हैं जो आपको हैरान कर देंगी | ये आपकी सामान्य बिमारियों से बिलकुल हटके हैं और इनका इलाज भी इनके लक्ष्णों के जैसे कठिन है | आइये जानते हैं कुछ ऐसी ही बिमारियों के बारे में |
मोजूदा समय में हम लोग जाती को धर्म और क्षेत्र के मापदंडों पर समझने की कोशिश करते हैं | हकीकत में भारत में शुरू में ऐसे जाती भेदभाव नहीं था | उस समय अलग प्रकार की जातियां होती थीं जो की आज के समय की जातियों से बिलकुल भिन्न थी | आइये पढ़ते हैं कौन सी हैं वो जातियां |
Here are 10 most amazing forts in Maharashtra that give you a peek into history and which amazes you with their strength even today.These are located on top of mountains and have a magnificent architecture and topography. Almost all these forts are connected to history as many were either built by Chhatrapati Shivaji or captured by him. Lets walk through History
ये बात तो आपने कई बार सुनी होगी की दिल्ली 7 बार उजाड़ी और बसाई गयी है |लेकिन किसने इसे उजाड़ा और किसने बसाया ये तो शायद आपको नहीं मालूम होगा | जानिए हमसे दिल्ली का वो इतिहास जो बहुत लोगों को आज तक नहीं मालूम|
मलेशिया में कुछ साल पहले एक विमान खो गया था और किसी को उसके अवशेष भी नहीं मिले | अंत में ये मान लिया गया की वह विमान समुद्र में दुर्घटना ग्रस्त हो गया होगा| इससे पहले भी कई ऐसी दुर्घटनाएं हुईं हैं जिनमें विमान का पता भी नहीं चला | आईये जानते हैं कुछ ऐसी विमान हादसों के बारे में |
प्रेषित महंमद पैगंबर
लेखक : बार्नबी रॉजरसन
प्रकाशन वर्ष – २००३
आइये जानते हैं इस पहली श्रृंखला में कई ऐसे तथ्य जो सामान्य तौर पर लोगों को मालूम नहीं होते हैं |
प्रेमचंद (३१ जुलाई, १८८० - ८ अक्टूबर १९३६) हिन्दी और उर्दू के महानतम भारतीय लेखकों में से एक हैं।[1] मूल नाम धनपत राय श्रीवास्तव वाले प्रेमचंद को नवाब राय और मुंशी प्रेमचंद के नाम से भी जाना जाता है
Reference: http://bit.ly/1TBJdPK
हमारे देश को कई तरीकों से जाना जाता है लेकिन क्या आपको पता है की हमारे देश के दामन में कई ऐसे राज़ छुपे हैं जो आज तक भी सवालों के घेरे में | आइये जानते हैं ऐसे ही कुछ राजों के बारे में |
हमारे देश ने कुछ महान योद्धाओं को जन्म दिया है | कुछ ऐसे हैं जिनके कारनामों का हमें ज्ञान है लेकिन कुछ ऐसे हैं जो इतनी बहादुरी का प्रदर्शन करने के बावजूद भी इतिहास के पन्नों में कहीं खो गए हैं | आइये जानते हैं भारतीय इतिहास के कुछ महान योद्धाओं और उनकी उपलब्धियों के बारे में |
This earth of ours boasts of having many interesting natural phenomenon some of which can be explained while rest are treated as mysteries of nature .Here is a look into some of the most beautiful natural phenomenon seen on Earth.
भारत में आज तक काफी बार आक्रमण हुआ है | इन युद्धों का भारतीय इतिहास पर काफी पुरजोर असर हुआ था | आइये पढ़ें उन युद्धों के बारे में जिन्होनें किसी न किसी रूप में भारतीय इतिहास को परिवर्तित किया |
गुलामगिरी नष्ट करणारा लिंकन, जर्मन महाकवी गटे आणि चीनचे जनक सन्यत्सेन यांची साने गुरुजींनी लिहिलेली चरित्रे.
Alexander, Chanakya, Porus, Chandragupta, Ashoka and TV serials (Fact Vs Fiction) Written by- nimish sonar, Pune
आपला देश आणि त्याची संस्कृती ६५०० ख्रिस्त पूर्व काळापासून चालू आहे अणि आजही अस्तित्वात आहे. चला माहिती करून घेऊया या संस्कृती आणि साम्राज्य यांबाबत.
Hindu Revivalist Views of Animism, Buddhism, Sikhism and Other Offshoots of Hinduism.
लालबहादूर शास्त्री हे भारतीय स्वातंत्र्यलढ्यातील स्वातंत्र्यसैनिक व भारतीय प्रजासत्ताकाचे दुसरे पंतप्रधान होते. ९ जून, इ.स. १९६४ रोजी यांनी पंतप्रधानपदाची सूत्रे हाती घेतली. यांच्या कार्यकाळात इ.स. १९६५सालचे दुसरे भारत-पाकिस्तान युद्ध घडले. सोव्हियेत संघाच्या मध्यस्थीने पाकिस्तानबरोबर युद्धबंदीचा ताश्कंद करार करण्यासाठी ताश्कंद येथे दौऱ्यावर असताना ११ जानेवारी, इ.स. १९६६ रोजी यांचा हृदयविकाराचे दोन झटके येऊन मृत्यू झाला.
It is a known fact that people should be credited with the discoveries they make. But what happens when someone takes the pain of finding something and he is quickly dismissed from that assignment only to find later that the credit to the same has been taken by his senior. The thought of the same is difficult enough to digest but think about the person who had to go through all this. Let us read more about what exactly happened and the pain of Rakhal Das Banerjee