<p dir="ltr">जय माँ बाला त्रिपुर सुन्दरी,<br>
तेरी जय - जयकार माँ।<br>
तेरी कृपा से सारे जग का,<br>
होता बेड़ापार माँ।<br>
हम सब मिलकर गाये,<br>
तेरे गुणगान माँ।<br>
तेरी ज्योत से दुनियां उज्जवल,<br>
तुम हो करूणा निधान माँ।<br>
जय माँ बाला त्रिपुर....<br>
नित दिन जो तेरा माँ ध्यान लगाता है,<br>
सुख ही सुख जिवन में उसके,<br>
दुःख कभी नही आता है।<br>
तेरा रुप सबसे प्यारा,उसका मैं ध्यान लगाऊँ।<br>
दे ऐसा वरदान तु मैया,तेरा दर्शन कर पाऊँ।<br>
प्रातःकाल नित्य तुमको सुमिरूं,<br>
विनती करो स्वीकार माँ।<br>
जय माँ बाला त्रिपुर....<br>
हे कल्याणी हे माँ तारा,<br>
मेरा सब दुःख दूर करो।<br>
ममता का आँचल फैलाओ,<br>
अब सिर मेरे हाथ धरो।<br>
आया तेरे शरण में मैया,<br>
करो मेरा अब उद्धार माँ।<br>
जय माँ बाला त्रिपुर....<br>
- गौतम गोविन्द</p>
तेरी जय - जयकार माँ।<br>
तेरी कृपा से सारे जग का,<br>
होता बेड़ापार माँ।<br>
हम सब मिलकर गाये,<br>
तेरे गुणगान माँ।<br>
तेरी ज्योत से दुनियां उज्जवल,<br>
तुम हो करूणा निधान माँ।<br>
जय माँ बाला त्रिपुर....<br>
नित दिन जो तेरा माँ ध्यान लगाता है,<br>
सुख ही सुख जिवन में उसके,<br>
दुःख कभी नही आता है।<br>
तेरा रुप सबसे प्यारा,उसका मैं ध्यान लगाऊँ।<br>
दे ऐसा वरदान तु मैया,तेरा दर्शन कर पाऊँ।<br>
प्रातःकाल नित्य तुमको सुमिरूं,<br>
विनती करो स्वीकार माँ।<br>
जय माँ बाला त्रिपुर....<br>
हे कल्याणी हे माँ तारा,<br>
मेरा सब दुःख दूर करो।<br>
ममता का आँचल फैलाओ,<br>
अब सिर मेरे हाथ धरो।<br>
आया तेरे शरण में मैया,<br>
करो मेरा अब उद्धार माँ।<br>
जय माँ बाला त्रिपुर....<br>
- गौतम गोविन्द</p>