एक सर्वे के मुताबिक़, 90 प्रतिशत महिलाएं ग़लत साइज़ की ब्रा पहनती हैं . ये आपके स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं है।  रिसर्च से ये भी पता लगा है अगर महिलाये अपने स्तनों के प्रति कफोर्टेबल नहीं ये तो इससे उनके आत्मबल यानि सेल्फ कॉन्फिडेंस पर बुरा असर पड़ता है। 

जानिए आप अपनी ब्रा किस तरह से खरीदे ताकि आपकी साइज़ भी ठीक हो तथा आप अपने आप को अच्छा महसूस कर सके. 

सबसे महत्त्व पूर्ण बात ये है की ब्रा के कप्स आपके स्तनों को ठीक तरह से ढके और उसी वक्त वो ज्यादा टाइट भी न हो।  


इसलिए आपको अपनी साईस ठीक से समझनी होगी। ब्रा साईस के तीन मायने होते है 


१. बैंड  : यानि स्तनों के निचेसे अगर आपके छाती की परिधि।  ये ३२ , ३४ इत्यादि हो सकती है।  

२. बस्ट  : यानि आपके स्तनो पर टेप रखके अगर छाती की परिधि ली जाये तो।  ये हमेशा बैंड से कुछ इनचेस ज्यादही रहेगी।  जितने बड़े स्तन उतना यह फर्क ज्यादा रहेगा।  

३. कप : यानि आपकी स्तनों की गोलाई।  यह हमेशा A B अदि अक्षरों से ली जाती है | 


जब भी आप शॉपिंग के लिए जाये तब ज्यादातर हर तरह की ब्रा लेकर पहने और आपके शरीर को समझे।  हार्मोनल बदलो से आपके स्तनों का अकार बदल सकता है | मसि धर्म के समय स्तन बड़े हो सकते है तथा निपल्स ज्यादा सवेदनशील हो सकते है | इन बातो को ध्यान में रखते होये आपको २-३ साइज़ की ब्रा अपने वार्डरोब में रखनी पद सकती है।  

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