१९५० से अभी तक ओकिघरा में करीब ५०० लोगों ने ख़ुदकुशी कर ली है | मात्र २०१० में ही २४७ लोगों ने इस जंगल में ख़ुदकुशी करने की कोशिश की है | कुछ लोग यहाँ अपने को फांसी लगा लेते हैं या फिर ज़हर खा लेते हैं | एक और डरावनी बात है की क्यूंकि ये जंगल इतना घना है सरकार इस जगह को साफ़ करने के लिए साल में एक बार ही आ पाती है |इसका मतलब ये की जब आप सफाई के लिए जायेंगे तो आपको ख़ुदकुशी करने वालों की लाशें और निजी चीज़ें पड़ी मिलती हैं |