जिनसे चलती सरकार की रोजी रोटी है
उनका कर्ज क्यूँ ना माफ हो,
मोदी मोदी को जेल भेजे
ये कहा का इंसाफ हो|
भाई भाई को न बचाये
ये तो भारतीयता नहीं,
नहीं है अन्नदाता किसान
ये हो गया अब साफ है|
क्यूंकि ,
चोकसी कर रही है सरकार
जो अन्नदाता है उनके,
क्या फर्क पड़ता है,
किसान मरे या जियें,
अपनी सरकार अपने लोग
तो जिंदाबाद हैं ,
मेहुल चोकसी हो या नीरव मोदी,
इनके लिये ही तो सरकार हैं|
कोइ तरस रहा हैं रोजी रोटी को,
और किसी के सात खून भी माफ़ है,
खैर छोडो क्या रखा हैं इन सबमें
यही तो सबका साथ सबका विकास है।