कोहिनूर के होने की खबर सबसे पहले मालवा के राजा महलक देव की है |उसके बाद बाबरनामा में इसका जिक्र हुआ है |बाबर नामा के मुताबिक ग्वालियर के राजा विक्रमजीत ने अपने सारे जवाहरात १५२६ में पानीपत के युद्ध में आगरा के किले में सुरक्षित रखने के लिए भेजे |पर बाबर ने किले पर कब्ज़ा कर हीरे को हथिया लिया |इस हीरे का नाम बाबर का हीरा रख दिया गया |