१७४७ में नादिर शाह को उसके ही लोगों ने नींद में क़त्ल कर दिया | उसके बाद उसके १४ साल के पौते शाह रुख मिर्ज़ा को कोहिनूर हासिल हुआ |शाह रुख मिर्ज़ा के समर्थकों में से एक था अहमद अब्दाली जिससे खुश हो शाह रुख मिर्ज़ा ने कोहिनूर हीरा उसको सौंप दिया |
अहमद अब्दाली कोहिनूर को अफ़ग़ानिस्तान ले कर पहुंचा जहाँ जिसके २३ पौते बाद में सत्ता के लिए लड़ने लगे |सबसे बड़े पौते ज़मान शाह और उसके भाई शाह शुजा कोहिनूर को ले लाहौर भाग आये जहाँ उन्होनें सिख राजा महाराजा रंजित सिंह से मदद मांगी |