मोहेंजोदारो सिंधी भाषा का शब्द है, जिसका अर्थ है 'मुर्दों का टीला। इसे 'मुअन जो दड़ो' भी कहा जाता है। चार्ल्स मैसन ने सर्वप्रथम हड़प्पा के विशाल टीलों की ओर लोगों का ध्यान आकृष्ट किया था। मोहेंजोदारो सिंधु घाटी सभ्यता का एक नगर है जो विशालकाय टीलों से पटा हुआ है।
यह नगर सिंधु घाटी के प्रमुख नगर हड़प्पा के अंतरगत आता है। सिंधु नदी के किनारे के दो स्थानों हड़प्पा और मोहनजोदारो (पाकिस्तान) में की गई खुदाई में सबसे प्राचीन और पूरी तरह विकसित नगर और सभ्यता के अवशेष मिले हैं । इस सभ्यता की समकालीन सभ्यता मेसोपोटामिया थी।