मुहम्मद बिन तुघ्लक के शासन काल में हुए विरोधों के चलते कई स्वतंत्र प्रान्त उत्पन्न हो गए | इस साम्राज्य की स्थापना की तुर्की अल उड़ दिन हसन बहमन शाह ने | इस साम्राज्य की स्थापना उन्होनें दिल्ली सल्तनत के मुहम्मद बिन तुघ्लक के खिलाफ विरोध कर की | नज़ीर उद्दीन इस्माइल शाह जिन्होनें दिल्ली सल्तनत के खिलाफ विरोध किया था उन्होनें ज़फर खान , जिन्होनें अल्लौद्दीन बहमन शाह का ख़िताब लिया ,की ताजपोशी का प्रस्ताव रखा |

१३४७ और १४२५ के बीच बहमनी राजधानी थी अह्सनाबाद जब  मुहम्मदाबाद को राजधानी घोषित किया गया | सल्तनत महमूद गवां (१४६६ -१४८१ ) के राज्य में अपने शिखर तक पहुंची | विजयनगर साम्राज्य के कृष्णदेवराय ने बहमनी सल्तनत के आखरी राजा को पराजित किया जिसके बाद बहमनी साम्राज्य विगठित हो गया | १५१८ के बाद सल्तनत पांच राज्यों में विभाजित हो गयी , निज़ाम शाही ,कुतुबशाही , बरिद्शाही ,इमाद्शाही और आदिल शाही | इन पाँचों को साथ में डेक्कन सल्तनत भी कहा जाता है |  

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